बेरोजगारी कोई समस्या नहीं????
देश मे सिर्फ और सिर्फ सरकारी नौकरी की बेरोजगारी है..... वरना 130 करोड़ लोगों के देश मे कोई बेरोज़गार रह ही नहीं सकता....
समस्या ये है कि सबको या तो सरकारी चाहिये या फिर Front Desk....
जबकि रोजगार करना कोई नहीं चाहता....
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आइये मिलकर बढ़ती बेरोज़गारी के कारणों पर एक नज़र डालें...
किसी बेरोज़गार से सवाल करो...
1. मजदूरी करोगे....?
- नहीं
2. दुकान पर काम करोगे..?
- नहीं
3. बाइक / कार का काम जानते हो..?
- नहीं
4. बिजली मैकेनिक बनोगे...?
- नहीं
5. पेंटिंग का काम आता है..?
- नहीं
6. मिठाई बनाना जानते हो...?
- नहीं
7. प्राइवेट कंपनी में काम करोगे?
- नहीं...
8. मूर्तियां, मटके, हस्तशिल्प वगैरह कुछ बनाना आता है?
- नहीं.
9. तुम्हारे पिता की ज़मीन है?
- हाँ.
10. तो खेती करोगे ?
- नहीं!!!!
ऐसे 10 - 20 प्रश्न और पूछ लो जैसे - सब्ज़ी बेचोगे? फ़ेरी लगाओगे? प्लम्बर, बढ़ई / तरखान, माली / बागवान, नाई आदि का काम सीखोगे??
- सब का जवाब ना में ही मिलेगा।।
फिर पूछो...
11. भैया किसी कला मे निपुण तो होगे...?
- नहीं।। पर मैं B. A. पास हूँ , M.A. पास हूँ I
डिग्री है मेरे पास।।
12. बहुत अच्छी बात है पर कुछ काम जानते हो? कुछ तो काम आता होगा सैकड़ों की संख्या में काम है?
- नहीं. काम तो कुछ नहीं आता I😇
बताओ, अब ऐसे युवा बेरोज़गार सिर्फ हमारे ही देश में क्यूँ हैं?
क्योंकि हमारा युवा दिखावे की जिंदगी जीने का आदी हो गया हैl
यहाँ सबको कुर्सी वाली नौकरी चाहिए जिसमें कोई काम भी ना करना पड़ेl
ऐसा युवा सच में देश के लिए अभिशाप ही हैl...
जहाँ अपनी आजीविका के लिए भी काम करने से हिचकिचाता हैl
शर्म आनी चाहिए खुद की कमजोरी को बेरोजगारी का नाम देते हुएl
हर साल लाखों बच्चे डिग्री लेके निकलते हैं पर सच कहूँ तो सब के हाथ में काग़ज़ का टुकड़ा होता है हुनर नहींl
जब तक आप खुद में कुछ हुनर पैदा करके उसको आजीविका अर्जन में प्रयोग मे नहीं लाते तब तक ख़ुद को बेरोजगार कहने का हक़ नहीं है किसी का भीl
रही बात सरकारों की ये तो आती रहेंगी जाती रहेंगी कोई भी सरकार 100% सरकारी रोज़गार नहीं दे सकतीl
तो मेरे प्यारे देशवासियो, समय रहते भ्रामक दुनियाँ से निकलने का प्रयत्न करो और अपनी काबिलीयत के अनुसार काम करना शुरू करोl...
अन्यथा जीवन बहुत मुश्किल भरा हो जाएगाl
जापान और चाइना जैसे देशों में छोटा सा बच्चा अपने खर्च के लिए कमाने लग जाता हैl
और, हम यहाँ 25-26 साल का युवा वर्ग केवल सरकारों की आलोचना करके समय की बर्बादी कर रहा हैl
कुछ नहीं होने वाला इनसे। कितने भी आंदोलन कर लीजिए किसी सरकार को कुछ फर्क़ नहीं पड़ने वालाl
अंततः परिश्रम अपने आप को ही करना पड़ता हैl
किस्मत रही तो आपको भी जरूर सरकारी नौकरी मिलेगीl लेकिन सिर्फ इसके भरोसे मत बैठोl
आत्मनिर्भरता के मूल मंत्र का विरोध केवल इस लिये मत करो क्योंकि इस का ज़िक्र उस व्यक्ति ने किया है जिसे आप किसी कारणवश पसंद नहीं करते हो।
पसंद तो कोई कड़वी दवाई या पीड़ादायक इंजेक्शन को भी नहीं करता परन्तु स्वास्थ्य लाभ के लिए उन्हें लेना ही पड़ता है।
आत्मनिर्भरता के लाभों पर नज़र डालो, उन्हें पहचानो, समझो और अपनाओ।
सरकारी नौकरी के भ्रमजाल से निकल कर नौकरियाँ माँगने के बजाय नौकरियाँ पैदा करने की ओर ध्यान दो।
रोज़गार माँगने के बजाय ऐसे उपाय करो कि अपने जैसे लाखों को रोज़गार दे पाओ।