शनिवार, 1 जून 2019

बाज पक्षी

बाज पक्षी जिसे हम ईगल या शाहीन भी कहते है। जिस उम्र में बाकी परिंदों के बच्चे चिचियाना सीखते है उस उम्र में एक मादा बाज अपने चूजे को पंजे में दबोच कर सबसे ऊंचा उड़ जाती है।  पक्षियों की दुनिया में ऐसी Tough and tight training किसी भी ओर की नही होती।
मादा बाज अपने चूजे को लेकर लगभग 12 Kmt.  ऊपर ले जाती है।  जितने ऊपर अमूमन जहाज उड़ा करते हैं और वह दूरी तय करने में मादा बाज 7 से 9 मिनट का समय लेती है।

यहां से शुरू होती है उस नन्हें चूजे की कठिन परीक्षा। उसे अब यहां बताया जाएगा कि तू किस लिए पैदा हुआ है? तेरी दुनिया क्या है? तेरी ऊंचाई क्या है? तेरा धर्म बहुत ऊंचा है और फिर मादा बाज उसे अपने पंजों से छोड़ देती है।

धरती की ओर ऊपर से नीचे आते वक्त लगभग 2 Kmt. उस चूजे को आभास ही नहीं होता कि उसके साथ क्या हो रहा है। 7 Kmt. के अंतराल के आने के बाद उस चूजे के पंख जो कंजाइन से जकड़े होते है, वह खुलने लगते है।

लगभग 9 Kmt. आने के बाद उनके पंख पूरे खुल जाते है। यह जीवन का पहला दौर होता है जब बाज का बच्चा पंख फड़फड़ाता है।

अब धरती से वह लगभग 3000 मीटर दूर है लेकिन अभी वह उड़ना नहीं सीख पाया है। अब धरती के बिल्कुल करीब आता है जहां से वह देख सकता है उसके स्वामित्व को। अब उसकी दूरी धरती से महज 700/800 मीटर होती है लेकिन उसका पंख अभी इतना मजबूत नहीं हुआ है की वो उड़ सके।

धरती से लगभग 400/500 मीटर दूरी पर उसे अब लगता है कि उसके जीवन की शायद अंतिम यात्रा है। फिर अचानक से एक पंजा उसे आकर अपनी गिरफ्त मे लेता है और अपने पंखों के दरमियान समा लेता है।
यह पंजा उसकी मां का होता है जो ठीक उसके उपर चिपक कर उड़ रही होती है। और उसकी यह ट्रेनिंग निरंतर चलती रहती है जब तक कि वह उड़ना नहीं सीख जाता।

यह ट्रेनिंग एक कमांडो की तरह होती है।. तब जाकर दुनिया को एक बाज़ मिलता है अपने से दस गुना अधिक वजनी प्राणी का भी शिकार करता है।

हिंदी में एक कहावत है... *"बाज़ के बच्चे मुँडेर पर नही उड़ते।"*
बेशक अपने बच्चों को अपने से चिपका कर रखिए पर  उसे दुनियां की मुश्किलों से रूबरू कराइए, उन्हें लड़ना सिखाइए। बिना आवश्यकता के भी संघर्ष करना सिखाइए।

वर्तमान समय की अनन्त सुख सुविधाओं की आदत व अभिवावकों के बेहिसाब लाड़ प्यार ने  मिलकर,  आपके बच्चों को "ब्रायलर मुर्गे" जैसा बना दिया है जिसके पास मजबूत टंगड़ी तो है पर चल नही सकता। वजनदार पंख तो है पर उड़ नही सकता क्योंकि..

_"गमले के पौधे और जंगल के पौधे में बहुत फ़र्क होता है।"
प्रेरणा दायक प्रसंग👌👌👌

सुविचार

विक्रम संवत...........२०७६
मास..............ज्येष्ठ
पक्ष..............कृष्ण
तिथि............त्रयोदशी
वार..............शनिवार
दिनांक...........१-६-२०१९




🙏🏽 🌸 सुप्रभातम् 🌸

सुविचार:↔ " भाग्य साहसी का साथ देता है।"

शुक्रवार, 31 मई 2019

सुविचार

विक्रम संवत...........२०७६
मास..............ज्येष्ठ
पक्ष..............कृष्ण
तिथि............द्वादशी
वार..............शुक्रवार
दिनांक...........३१-५-२०१९




🙏🏽 🌼 शुभम मंगल 🌼

सुविचार:▶ " उत्साह, व्यक्ति की भाग्यशिलता का मापदंड है।

सुविचार


🙏🏽 🌺 वंदे मातरम् 🌺

सुविचार:⏩ " हम जब तक स्वयं माता-पिता नहीं बन जाएं, माता-पिता का प्यार कभी नहीं जान पाते।"

बुधवार, 29 मई 2019

सुविचार

विक्रम संवत...........२०७६
मास..............ज्येष्ठ
पक्ष..............कृष्ण
तिथि............दशमी
वार..............बुधवार
दिनांक...........२९-५-२०१९




🙏🏽💐 भारत माता की जय 💐

सुविचार:👉 " प्रेम, त्याग की मां है, जहां जाती है, पुत्र को साथ ले जाती है।"

सोमवार, 27 मई 2019

सुविचार

" दूसरो से प्रेम करना अपने आप से प्रेम करना है।"

            👆
         सुविचार

🕉 हर हर महादेव 🕉 🙏🏽




विक्रम संवत...........२०७६
मास..............ज्येष्ठ
पक्ष..............कृष्ण
तिथि............अष्टमी
वार..............सोमवार
दिनांक...........२७-५-२०१९

रविवार, 26 मई 2019

हिन्दी बोलने का प्रयास करें!

ये हैं वो उर्दू के शब्द जो आप प्रतिदिन प्रयोग करते हैं, इन विदेशी शब्दों को त्याग कर मातृभाषा का प्रयोग करें:-

ईमानदार       - निष्ठावान
इंतजार         - प्रतीक्षा
इत्तेफाक       - संयोग
सिर्फ            - केवल, मात्र
शहीद           - बलिदानी
यकीन          - विश्वास, भरोसा
इस्तकबाल    - स्वागत
इस्तेमाल       - उपयोग, प्रयोग
किताब         - पुस्तक
मुल्क            - देश
कर्ज             - ऋण
तारीफ          - प्रशंसा
तारीख          - दिनांक, तिथि
इल्ज़ाम         - आरोप
गुनाह            - अपराध
शुक्रिया          - धन्यवाद, आभार
सलाम           - नमस्कार, प्रणाम
मशहूर           - प्रसिद्ध
अगर             - यदि
ऐतराज          - आपत्ति
सियासत        - राजनीति
इंतकाम          - प्रतिशोध
इज्जत           - मान, प्रतिष्ठा
इलाका           - क्षेत्र
एहसान          - आभार, उपकार
अहसानफरामोश - कृतघ्न
मसला            - समस्या
इश्तेहार          - विज्ञापन
इम्तेहान          - परीक्षा
कुबूल             - स्वीकार
मजबूर, लाचार - विवश
मंजूरी             - स्वीकृति
इंतकाल, मौत  - मृत्यु, निधन, देहावसान
बेइज्जती         - तिरस्कार
दस्तखत          - हस्ताक्षर
हैरानी              - आश्चर्य
कोशिश            - प्रयास, चेष्टा
किस्मत, नसीब  - भाग्य
फैसला             - निर्णय
हक                 - अधिकार
मुमकिन           - संभव
फर्ज                - कर्तव्य
उम्र                  - आयु
साल                - वर्ष
शर्म                 - लज्जा
सवाल              - प्रश्न
जवाब              - उत्तर
जिम्मेदार          - उत्तरदायी
फतह               - विजय
धोखा               - छल
काबिल             - योग्य
करीब               - समीप, निकट
जिंदगी              - जीवन
हकीकत            - सत्य
झूठ                  - मिथ्या, असत्य
जल्दी                - शीघ्र
इनाम                - पुरस्कार
तोहफा              - उपहार
इलाज               - उपचार
हुक्म                 - आदेश
शक                  - संदेह
ख्वाब                - स्वप्न
तब्दील।             - परिवर्तित
कसूर                 - दोष
बेकसूर              - निर्दोष
कामयाब            - सफल
गुलाम                - दास

इनके अतिरिक्त हम प्रतिदिन अनगिनित उर्दू शब्द का प्रयोग में लेते हैं।
*भाषा बचाइये , संस्कृति बचाइये🤗*
जांच करें कि आप कितने उर्दू के शब्द बोलते/लिखते हैं।
*धन्यवाद🙏*