पहचानिये ठीक से,नजर गड़ा कर पढिये
मन्दिर और हिन्दू व्यापारी क्यो आवश्यक है?
कोरोना महामारी में दानदाताओ की सूची
1)मुकेश अम्बानी: इनका अस्पताल पूरा सेवा में निशुल्क+ओर करोड़ो की सहायता अलग से
2)अनिल अग्रवाल 100 करोड़
3)अक्षय कुमार 25 करोड़
4)सौरभ गांगुली: 50 लाख
5) पटना हनुमान मंदिर: 1 करोड़
6)सालासर बालाजी 10 लाख
7) RSS 180 सहायता केंद्र और सेवा भारती के माध्यम से गरीबो को प्रतिदिन भोजन अनेक शहरों में ,लाखो कार्यकर्ता दिनरात मैदान में डटे है।
8)माता वैष्णव देवी ट्रस्ट 7 करोड़
9)खाटू श्याम जी 11 लाख
10)सावलिया जी:50 लाख
11)मेंहदीपुर बालाजी 11 लाख
12)महाकालेश्वर उज्जैन 5 लाख
13)तिरुपति बालाजी मन्दिरजी 100 करोड़
14)चिंरजीवी तेलुगु अभिनेता 70 लाख
15) रामचरण तेलुगु अभिनेता 1 करोड़
16) पवन कल्याण, तेलुगु अभिनेता 2 करोड़
17)जूनियर NT रामाराव 75 लाख
18) रजनीकांत जी 50 लाख
19) नितिन तेलगु अभिनेता 20 लाख
20) तेलगु निर्देशक त्रिविक्रम श्रीनिवास 20 लाख
21)अनिल रावीपुड़ी 10 लाख
22)शिवा कुमार तेलगु अभिनेता 10 लाख
23)महेश बाबू तेलगु अभिनेता 1 करोड़
24) विजय सेतुपति तेलगु अभिनेता 10 लाख
25)प्रभास(बाहुबली) 4 करोड़
26)सचिन तेंदुलकर 50 लाख
27)रतन टाटा 500करोड़ टाटा संस ने 1000करोड़, सहित सेकड़ो अपनो ने इस संकट की घड़ी में देश के लिए तिजोरियां खोल दी।
धर्मनिष्ठ हिन्दुओ द्वारा राष्ट्रीय, राज्य स्तर पर कुल दानराशि 327 करोड़ 23 लाख* साथ ही अम्बानी जी का अस्पताल, लाखो मास्क दान, नगरों में हिन्दू संगठनों द्वारा भोजन सामग्री वितरण आदि।
हमेशा पाकिस्तान की मदद करने के लिये दौडने / बात करने वाले शाहरुख खान, आमिर खान, नसीरुद्देन शाह, मस्जिद, मौलाना, चर्च, वामपंथी, बुद्धि जीवी अम्बानी टाटा अडानी को गाली देने वाले वामपंथी गिद्द गायब है देश की संकट की घड़ी में , और कुछ विशेष राजनीतिक पार्टियां भी ग़ायब ??
पहचानिये ठीक से लोगो को, कौन आपके साथ है,,संकट की घड़ी में सारे मन्दिर साथ है जिनका वामपंथी हराम जादे अपमान करते है,वो सारे हिन्दू व्यपारी उद्योगपति साथ है जिन्हें ये वामपंथी गाली बकते है।
पर सारे अर्बन नक्सलाईट जो पिछले चार पांच वर्षों से मन्दिरो मोदी और हिन्दुओ के पीछे पड़े थे आजादी और संविधान के नाम पे वो सब गायब है। इस लिए हिन्दुओ अपने मन्दिरो पर गर्व करो अपने धर्म पर गर्व करो अपने हिन्दू उद्योगपतियो पर गर्व करो । इन वामपंथी कुत्तो के कहने पर अपने धर्म और अपनों पर शक मत करो। अपने तो अपने होते है।
बहुत से मन्दिरो ओर दानदाताओं के नाम छूट गए है जिन्होंने इस संकट की घड़ी में देश को हिम्मत और सहायता दी। वाकई अपने तो अपने होते है।