सोमवार, 29 अगस्त 2022

सुविचार

विक्रम संवत...........२०७९
मास....................भाद्रपद
पक्ष.....................शुक्ल
तिथि....................द्वितीया
वार.....................सोमवार 
दिनांक................२९-८-२०२२





🙏🏽 🕉️ ॐ नमः शिवाय 🕉️

सुविचार:👉  " जिसमें सारा सार समझने की शक्ति हो उसके साथ वाद-विवाद हो सकता है परन्तु अज्ञानी के साथ नहीं।"

शनिवार, 27 अगस्त 2022

सुविचार

विक्रम संवत...........२०७९
मास....................भाद्रपद
पक्ष.....................कृष्ण
तिथि....................अमावस्या
वार....................शनिवार
दिनांक................२७-८-२०२२




🙏🏽 🌻 शुभम मंगल 🌻

सुविचार:- " ध्यान का अर्थ आँखें बंद करना नहीं बल्कि खोलना है, क्योंकि बंद तो पहले से ही हैं।"

सुविचार


🙏🏽 💐  वंदेमातरम  💐

सुविचार:⏩ " हमारा भविष्य उससे बनता है जो हम आज करते हैं, उससे नहीं जो हम कल करेंगे।"

शुक्रवार, 26 अगस्त 2022

सुविचार

विक्रम संवत...........२०७९
मास....................भाद्रपद
पक्ष.....................कृष्ण
तिथि....................चतुर्दशी
वार....................शुक्रवार
दिनांक................२६-८-२०२२




🙏🏽 🌸 सुप्रभातम 🌸

             सुविचार
                👇
 " बिना स्वार्थ के बने संबंध सदैव मीठे फल की तरह होते है।"

गुरुवार, 25 अगस्त 2022

सुविचार

" जीवन अनंत है और मनुष्य की संभावनाएँ भी अनंत है।"
                   👆
                सुविचार

🪷 भारत माता की जय 🪷 🙏🏽




विक्रम संवत...........२०७९
मास....................भाद्रपद
पक्ष.....................कृष्ण
तिथि..................त्रयोदशी
वार....................गुरूवार
दिनांक................२५-८-२०२२

बुधवार, 24 अगस्त 2022

सुविचार

विक्रम संवत...........२०७९
मास....................भाद्रपद
पक्ष.....................कृष्ण
तिथि..................द्वादशी
वार....................बुधवार
दिनांक................२४-८-२०२२





🙏🏽 🌺 वंदेमातरम 🌺

सुविचार :⏩ " जिस समय हम किसी का अपमान कर रहे होते है उस समय हम अपना सम्मान खो रहे होते है।"

सुविचार

विक्रम संवत...........२०७९
मास....................भाद्रपद
पक्ष.....................कृष्ण
तिथि..................एकादशी
वार....................मंगलवार
दिनांक................२३-८-२०२२





🙏🏽 🚩 जय श्री राम 🚩

सुविचार :↔️ " अपने कुछ होने का अहंकार ही व्यक्ति को उसके गौरव से वंचित रखता है।"