शुक्रवार, 10 नवंबर 2023

सुविचार

विक्रम संवत...........२०८०
मास...................कार्तिक
पक्ष.....................कृष्ण
तिथि....................त्रयोदशी
वार......................शुक्रवार
दिनांक..............१०-११-२०२३


🙏🏻 🪷 सुप्रभातम् 🪷

         सुविचार
            👇
" धन सब कुछ तो नहीं परंतु बहुत कुछ है।"



*पंच महापर्व शुभारंभ पर हार्दिक शुभकामनाएं... शुभ धनतेरस*🙏🏻

गुरुवार, 9 नवंबर 2023

सुविचार

" पूरी पंक्तियां नहीं दिखाई देने के बाद भी पहला कदम बढ़ा लेना आस्था है।"
                👆
             सुविचार

🙏🏻 🍁 भारत माता की जय 🍁




विक्रम संवत...........२०८०
मास...................कार्तिक
पक्ष.....................कृष्ण
तिथि.....................एकादशी
वार......................गुरूवार
दिनांक................९-११-२०२३

बुधवार, 8 नवंबर 2023

सुविचार

विक्रम संवत...........२०८०
मास...................कार्तिक
पक्ष.....................कृष्ण
तिथि.....................दशमी
वार......................बुधवार
दिनांक................८-११-२०२३


🙏🏻 🌼 वंदेमातरम 🌼

सुविचार:⏩ "श्रेष्ठता जन्म से नहीं गुणों से होती है।
दूध, दहीं, घी सब एक ही कुल के होते हुए भी, सबके मूल्य अगल अलग होते है।"

मंगलवार, 7 नवंबर 2023

सुविचार

विक्रम संवत...........२०८०
मास...................कार्तिक
पक्ष.....................कृष्ण
तिथि.....................दशमी
वार......................मंगलवार
दिनांक................७-११-२०२३


🙏🏻 🚩 जय श्री राम 🚩

सुविचार:↔️ " हंसी के क्षणों के बिना बीता दिन सबसे खराब दिन है।"

सोमवार, 6 नवंबर 2023

सुविचार

विक्रम संवत...........२०८०
मास...................कार्तिक
पक्ष.....................कृष्ण
तिथि.....................नवमी
वार......................सोमवार
दिनांक................६-११-२०२३


🙏🏻 🕉️ ॐ शिवाय नमः 🕉️

सुविचार:▶️ " जीवन की दीर्घता की जगह जीवन की गुणवत्ता अधिक महत्त्व रखती है।"

रविवार, 5 नवंबर 2023

रोज़ 'दिवाली' होती है

जब मन में हो मौज बहारों की
चमकाएँ चमक सितारों की,
जब ख़ुशियों के शुभ घेरे हों
तन्हाई  में  भी  मेले  हों,
आनंद की आभा होती है 
*रोज़ 'दिवाली' होती है ।*

       जब प्रेम के दीपक जलते हों
       सपने जब सच में बदलते हों,
       मन में हो मधुरता भावों की
       जब लहके फ़सलें चावों की,
       उत्साह की आभा होती है 
       *रोज़ दिवाली होती है ।*

जब प्रेम से मीत बुलाते हों
दुश्मन भी गले लगाते हों,
जब कहींं किसी से वैर न हो
सब अपने हों, कोई ग़ैर न हो,
अपनत्व की आभा होती है
*रोज़ दिवाली होती है ।*

       जब तन-मन-जीवन सज जाएं
       सद्-भाव  के बाजे बज जाएं,
       महकाए ख़ुशबू ख़ुशियों की
      मुस्काएं चंदनिया सुधियों की,
      तृप्ति  की  आभा होती  है
      *रोज़ 'दिवाली' होती है .*।

शनिवार, 4 नवंबर 2023

सुविचार

विक्रम संवत...........२०८०
मास...................कार्तिक
पक्ष.....................कृष्ण
तिथि.....................सप्तमी
वार......................शनिवार
दिनांक..............४-११-२०२३


🙏🏻 🌷शुभम मंगल 🌷

सुविचार:➡️ " हम अगर किसी चीज़ की कल्पना कर सकते हैं तो उसे साकार भी कर सकते हैं।"