कपड़े से छाना हुआ पानी
स्वास्थ्य को ठीक रखता है
और
विवेक से छानी हुई वाणी
संबध को ठीक रखती है ।
शब्दो को कोई भी स्पर्श नही
कर सकता,
पर
शब्द सभी को स्पर्श कर जाते है. . !
सुविचार इस शब्द में ही विचार आता है विचारों की इस बदलती श्रृंखला में ओर बदलते दौर में हमे सुविचार के माध्यम से कुछ कर दिखाने की प्रेरणा मिलती है हमारे लिए प्रेरणादायक होंगे.. सुविचार – Suvichar पढ़ने के बाद हमारे मन को एक नयी उर्जा मिलती है, जो हमें हमारे सभी काम सकारात्मक उर्जा के साथ करने के लिए प्रेरित करती है यदि आपको मेरी पोस्ट अछि लगती है तो फॉलो करें ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें