विक्रम संवत...........२०८०
मास....................आषाढ़
पक्ष.....................शुक्ल
तिथि....................पंचमी
वार.....................शुक्रवार
दिनांक................२३-६-२०२३
🙏🏽🌼 सुप्रभातम 🌼
सुविचार:▶️ " जैसे जैसे परोपकार के लिये हमारे धन की थैली रिक्त होती जाती है, वैसे वैसे हमारा ह्रदय भरता जाता है।"
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें