विक्रम संवत...........२०८०
मास................... मार्गशीर्ष (अगहन)
पक्ष..................... शुक्ल
तिथि.................... षष्ठी
वार...................... सोमवार
राहुकाल...........८:२३ - ०९:४३ तक
दिनांक..............१८-१२-२०२३
🙏🏽 🕉️ श्री शिवाय नमः 🕉️
सुविचार:- " हार जाना गलत नहीं होता, हार मान लेना गलत होता है। पूर्ण विराम वाक्य का अंत नहीं होता बल्कि नये वाक्य की शुरुआत भी होती है।"
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें