विक्रम संवत...........२०८१
मास................... भाद्रपद
पक्ष..................... कृष्ण
तिथि.................... त्रयोदशी
वार...................... शनिवार
राहुकाल...........०९:१८- १०:५३तक
दिनांक..............३१-०८-२०२४
🙏🏽 🌳 सुप्रभातम 🌳
सुविचार:▶️ " गलतियां उस जलते हुए मोम की भांति है जो वक्त की हवा पाकर पिघल जाती हैं।"
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें