सोमवार, 30 दिसंबर 2024

सुविचार

"विक्रम संवत...........२०८१
मास................... पौष
पक्ष..................... कृष्ण
तिथि.................... अमावस्या 
वार...................... सोमवार 
राहुकाल...........०८:२९- ०९:४९तक
दिनांक..............३०-१२-२०२४



🙏🏽🕉️ हर हर महादेव 🕉️

सुविचार:⏩ " हमारी विशालता कभी भी न गिरने में नहीं, बल्कि हर बार गिरने पर फिर उठने में निहित होती है।"

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें