"विक्रम संवत...........२०८१
मास................... पौष
पक्ष..................... कृष्ण
तिथि.................... अमावस्या
वार...................... सोमवार
राहुकाल...........०८:२९- ०९:४९तक
दिनांक..............३०-१२-२०२४
🙏🏽🕉️ हर हर महादेव 🕉️
सुविचार:⏩ " हमारी विशालता कभी भी न गिरने में नहीं, बल्कि हर बार गिरने पर फिर उठने में निहित होती है।"
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