🚩 जय श्री राम 🚩 🙏🏽
सुविचार:⏩ " ईश्वर को देखा नहीं जा सकता, इसीलिए तो वह हर जगह मौजूद है।"
सुविचार इस शब्द में ही विचार आता है विचारों की इस बदलती श्रृंखला में ओर बदलते दौर में हमे सुविचार के माध्यम से कुछ कर दिखाने की प्रेरणा मिलती है हमारे लिए प्रेरणादायक होंगे.. सुविचार – Suvichar पढ़ने के बाद हमारे मन को एक नयी उर्जा मिलती है, जो हमें हमारे सभी काम सकारात्मक उर्जा के साथ करने के लिए प्रेरित करती है यदि आपको मेरी पोस्ट अछि लगती है तो फॉलो करें ।
मारना चाहते हो तो बुरी इच्छा को मारो ।
पीना चाहते हो तो गुस्से को पीयो ।
छोड़ना चाहते हो तो पाप, अत्याचार को छोड़ो ।
बोलना चाहते हो तो सच ओर मीठा बोलो ।
"झूठे मित्र साये की तरह होते हैं। धूप में साथ चलते हैं और अंधेरे में साथ छोड़ देते हैं।"
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सुविचार
🌸 सुप्रभातम् 🌸 🙏🏽
विक्रम संवत...........२०७५
मास..............फाल्गुन
पक्ष..............कृष्ण
तिथि............दशमी
वार..............शनिवार
दिनांक...........३०-३-२०१९
विक्रम संवत...........२०७५
मास..............फाल्गुन
पक्ष..............कृष्ण
तिथि............नवमी
वार..............शुक्रवार
दिनांक...........२९-३-२०१९
🙏🏽🌷 शुभम मंगल 🌷
सुविचार:➡ " सच्चा प्रेम दुर्लभ है, सच्ची मित्रता और भी दुर्लभ है।"
विक्रम संवत...........२०७५
मास..............फाल्गुन
पक्ष..............कृष्ण
तिथि............अष्टमी
वार..............गुरूवार
दिनांक...........२८-३-२०१९
🙏🏽💐 भारत माता की जय 💐
सुविचार:↔ " अत्याचारी से बढ़कर अभागा व्यक्ति दूसरा नहीं, क्योंकि विपत्ति के समय कोई उसका मित्र नहीं होता।"
बचपन में
खाना मनपसन्द न हो
तो माँ कई और ऑप्शन देतीं...
अच्छा घी लगा के
गुड़ के साथ रोटी खा लो.
अच्छा आलू की
भुजिया बना देती हूँ चलो.
अच्छा चलो
दूध के साथ चावल खा लो...
माँ नखरे सहती थी,
इसलिए उनसे लड़ियाते भी थे.
लेकिन
बाद में किसी ने
इस तरह लाड़ नहीं दिखाया.
मैं भी अपने आप
सारी सब्जियाँ खाने लगीं.
मेरे जीवन में
माँ केवल एक ही है,
दोबारा कभी कोई माँ नहीं आई.
पति कब
छोटा बच्चा हो जाता है,
कब उस पर मुहब्बत से ज्यादा दुलार बरसने लगता है... पता ही नहीं चलता.
उनके सिर में
तेल भी लग जाता है,
ये परवाह भी होने लगती है कि उसका पसन्दीदा (फेवरेट) खाना बनाऊँ, उसके नखरे भी उठाए जाने लगते हैं.
लड़कों के
जीवन में कई माँएँ आती हैं,
बहन भी माँ हो जाती है,
पत्नी तो होती ही है....
बेटियाँ भी
एक उम्र के बाद
बूढ़े पिता की माँ ही बन जाती हैं.
लेकिन
लड़कियों के पास
जीवन में केवल एक ही माँ होती है.
बड़े होने के बाद
उसे दोबारा कोई माँ नहीं मिलती, वो लाड़-दुलार, नखरे, दोबारा कभी नहीं आते.
लड़कियों को
जीवन में केवल और केवल
एक बार हाँ एक ही बार मिलती है माँ.
सभी बेटियों को सादर समर्पित..
विक्रम संवत...........२०७५
मास..............फाल्गुन
पक्ष..............कृष्ण
तिथि............सप्तमी
वार..............बुधवार
दिनांक...........२७-३-२०१९
🙏🏽 🌺 वंदे मातरम् 🌺
सुविचार:▶ " हम मित्र का सम्मान करे, पीठ पीछे उसकी प्रशंसा करे और आवश्यकता पड़ने पर उसकी सहायता करे।"