विक्रम संवत...........२०७६
मास..............आषाढ
पक्ष..............कृष्ण
तिथि............पंचमी
वार..............शनिवार
दिनांक...........२२-६-२०१९
🙏🏽 🌼 शुभम मंगल 🌼
सुविचार:➡ " ऐसा न सोचे कि अवसर हमारा दरवाज़ा दोबारा खटखटाएगा।
सुविचार इस शब्द में ही विचार आता है विचारों की इस बदलती श्रृंखला में ओर बदलते दौर में हमे सुविचार के माध्यम से कुछ कर दिखाने की प्रेरणा मिलती है हमारे लिए प्रेरणादायक होंगे.. सुविचार – Suvichar पढ़ने के बाद हमारे मन को एक नयी उर्जा मिलती है, जो हमें हमारे सभी काम सकारात्मक उर्जा के साथ करने के लिए प्रेरित करती है यदि आपको मेरी पोस्ट अछि लगती है तो फॉलो करें ।
विक्रम संवत...........२०७६
मास..............आषाढ
पक्ष..............कृष्ण
तिथि............पंचमी
वार..............शनिवार
दिनांक...........२२-६-२०१९
🙏🏽 🌼 शुभम मंगल 🌼
सुविचार:➡ " ऐसा न सोचे कि अवसर हमारा दरवाज़ा दोबारा खटखटाएगा।
विक्रम संवत...........२०७६
मास..............आषाढ
पक्ष..............कृष्ण
तिथि............चतुर्थी
वार..............शुक्रवार
दिनांक...........२१-६-२०१९
🙏🏽 🌺 सुप्रभातम् 🌺
सुविचार:↔ " अवसर पर दुश्मन को न लगाया हुआ थप्पड़ अपने मुंह पर लगता है।"
*अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर आप सभी को शुभकामनाएं*🙏🏽
विक्रम संवत...........२०७६
मास..............आषाढ
पक्ष..............कृष्ण
तिथि............द्वित्तीया
वार..............बुधवार
दिनांक...........१९-६-२०१९
🙏🏽💐 वंदे मातरम् 💐
सुविचार:⏩ " जो हानि हो चुकी है, उसके लिए शोक करना अधिक हानि को आमंत्रित करना है।"
विक्रम संवत...........२०७६
मास..............आषाढ
पक्ष..............कृष्ण
तिथि............प्रथमा
वार..............मंगलवार
दिनांक...........१८-६-२०१९
🙏🏽 🚩 जय श्री राम 🚩
सुविचार:➡ " उस मनुष्य से गरीब कोई नहीं जिसके पास केवल धन है।"
विक्रम संवत...........२०७६
मास..............ज्येष्ठ
पक्ष..............शुक्ल
तिथि............पूर्णिमा
वार..............सोमवार
दिनांक...........१७-६-२०१९
🙏🏽 🕉 हर हर महादेव 🕉
सुविचार:↔ " धन अच्छा सेवक है, परन्तु ख़राब स्वामी भी है।"
विक्रम संवत...........२०७६
मास..............ज्येष्ठ
पक्ष..............शुक्ल
तिथि............त्रयोदशी
वार..............शनिवार
दिनांक...........१५-६-२०१९
🙏🏽 🌷 शुभम मंगल 🌷
सुविचार:👉 " धन अपना पराया नहीं देखता है।"
डा महेश सिन्हा की एक बहुत उपयोगी पोस्ट ---
मस्तिष्क आघात के मरीज़ को कैसे पहचानें?
मस्तिष्क आघात --जी वही, जिसे कईं बार ब्रेन-स्ट्रोक भी कह दिया जाता है अथवा आम भाषा में दिमाग की नस फटना या ब्रेन-हैमरेज भी कह देते हैं।
इस के बारे में पोस्ट डाक्टर साहब लिखते हैं ----
एक पार्टी चल रही थी, एक मित्र को थोड़ी ठोकर सी लगी और वह गिरते गिरते संभल गई और अपने आस पास के लोगों को उस ने यह कह कर आश्वस्त किया कि सब कुछ ठीक है, बस नये बूट की वजह से एक ईंट से थोड़ी ठोकर लग गई थी। (आस पास के लोगों ने ऐम्बुलैंस बुलाने की पेशकश भी की).
साथ में खड़े मित्रों ने उन्हें साफ़ होने में उन की मदद की और एक नई प्लेट भी आ गई। ऐसा लग रहा था कि इन्ग्रिड थोड़ा अपने आप में नहीं है लेकिन वह पूरी शाम पार्टी तो एकदम एन्जॉय करती रहीं। बाद में इन्ग्रिड के पति का लोगों को फोन आया कि कि उसे हस्पताल में ले जाया गया लेकिन वहां पर उस ने उसी शाम को दम तोड़ दिया।
दरअसल उस पार्टी के दौरान इन्ग्रिड को ब्रेन-हैमरेज हुआ था --अगर वहां पर मौजूद लोगों में से कोई इस अवस्था की पहचान कर पाता तो आज इन्ग्रिड हमारे बीच होती।
ठीक है ब्रेन-हैमरेज से कुछ लोग मरते नहीं है --लेकिन वे सारी उम्र के लिये अपाहिज और बेबसी वाला जीवन जीने पर मजबूर तो हो ही जाते हैं।
जो नीचे लिखा है इसे पढ़ने में केवल आप का एक मिनट लगेगा ---
स्ट्रोक की पहचान ---
एक न्यूरोलॉजिस्ट कहते हैं कि अगर स्ट्रोक का कोई मरीज़ उन के पास तीन घंटे के अंदर पहुंच जाए तो वह उस स्ट्रोक के प्रभाव को समाप्त (reverse)भी कर सकते हैं---पूरी तरह से। उन का मानना है कि सारी ट्रिक बस यही है कि कैसे भी स्ट्रोक के मरीज़ की तुरंत पहचान हो, उस का निदान हो और उस को तीन घंटे के अंदर डाक्टरी चिकित्सा मुहैया हो, और अकसर यह सब ही अज्ञानता वश हो नहीं पाता।
स्ट्रोक के मरीज़ की पहचान के लिये तीन बातें ध्यान में रखिये --और इस से पहले हमेशा याद रखिये ----STR.
डाक्टरों का मानना है कि एक राहगीर भी तीन प्रश्नों के उत्तर के आधार पर एक स्ट्रोक के मरीज की पहचान करने एवं उस का बहुमूल्य जीवन बचाने में योगदान कर सकता है.......इसे अच्छे से पढ़िये और मन में बैठा लीजिए --
S ---Smile आप उस व्यक्ति को मुस्कुराने के लिये कहिए।
T-- talk उस व्यक्ति को कोई भी सीधा सा एक वाक्य बोलने के लिये कहें जैसे कि आज मौसम बहुत अच्छा है।
R --- Raise उस व्यक्ति को दोनों बाजू ऊपर उठाने के लिये कहें।
अगर इस व्यक्ति को ऊपर लिखे तीन कामों में से एक भी काम करने में दिक्कत है , तो तुरंत ऐम्बुलैंस बुला कर उसे अस्पताल शिफ्ट करें और जो आदमी साथ जा रहा है उसे इन लक्षणों के बारे में बता दें ताकि वह आगे जा कर डाक्टर से इस का खुलासा कर सके।
नोट करें ---- स्ट्रोक का एक लक्षण यह भी है --
1. उस आदमी को जिह्वा (जुबान) बाहर निकालने को कहें।
2. अगर जुबान सीधी बाहर नहीं आ रही और वह एक तरफ़ को मुड़ सी रही है तो भी यह एक स्ट्रोक का लक्षण है।
एक सुप्रसिद्ध कार्डियोलॉजिस्ट का कहना है कि अगर इस ई-मेल को पढ़ने वाला इसे आगे दस लोगों को भेजे तो शर्तिया तौर पर आप एक बेशकीमती जान तो बचा ही सकते हैं ....
और यह जान आप की अपनी भी हो सकती है -।
*समय गूंगा नहीं*
*बस मौन है,*
*वक्त पर बताता है*
*किसका कौन है!