शनिवार, 6 जून 2020

सुविचार

विक्रम संवत.............२०७७
मास................आषाढ
पक्ष.................कृष्ण
तिथि............... प्रथमा
वार..................शनिवार
दिनांक.............६-६-२०२०





 
🙏🏽🌺 शुभम मंगल 🌺

सुविचार:▶ " गलत काम करने का कोई सही तरीका नहीं हैं।"

शुक्रवार, 5 जून 2020

सुविचार

विक्रम संवत.............२०७७
मास...............ज्येष्ठ
पक्ष................शुक्ल
तिथि...............पूर्णिमा
वार..................शुक्रवार
दिनांक.............५-६-२०२०





 
🙏🏽💐 सुप्रभातम् 💐

सुविचार:➡ " हम कहने की प्रकृति छोडे, करने का अभ्यास करे।

गुरुवार, 4 जून 2020

सुविचार

विक्रम संवत.............२०७७
मास...............ज्येष्ठ
पक्ष................शुक्ल
तिथि...............त्रयोदशी
वार..................गुरूवार
दिनांक.............४-६-२०२०





 
🙏🏽🌸 भारत माता की जय 🌸

सुविचार:↔ " किसी भी देवी-देवता या अपने इष्ट देव का प्रतिदिन निरंतर और नियमित ध्यान करने से बह्म ज्ञान प्राप्त किया जा सकता है।"

मानवता शर्मसार केरल राज्य में ..... हाथनी को बम विस्फोट खाने में दिया


हम क्या थे ओर क्या हो गए आज ऐसी बर्बरता के विचार से ही मन झनजोर गया ।  अगर किसी को हम कुछ दे नही सकते तो उसे दुःख न देवे , क्योंकि जब भी कोई आप पर भरोसा करता है तो वो आप मे ईशवर का प्रतिबिंब देखता है तो अगर आप उसे धोखा दे रहे है तो आप ईश्वरीय शक्ति को नकार रहे है और जब हम ऐसी घिनोनी हरकते करते है तो आपके साथ भी ऐसा ही होता है। 
फिर ये खबर देखने को मिलती है आज ये व्यक्ति दुर्घटना में जल गया,  तो ये उनके दोषो के परिणाम है जो किसी न किसी तरह यही मिलते है। सजा तो अवश्य मिलेगी  ऐसे दुष्ट प्राणी को में घोर निंदा करता हु ऐसे लोगो की ओर ऐसे समाज की ।

ये आपके साथी है इस प्रकति के अंग है  अगर ये महत्वपूर्ण नही होते तो कबके खत्म हो चुके होते और कोई भी देश या राजनीतिक दल इनको कबका खत्म कर चुका होता इसलिए ये हमारे जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा है इसलिए ही इनके लिए राष्ट्रीय उद्यान की व्यवस्था है आप लोग अगर इनकी सेवा नही कर सकते तो सरकार की मदत से इन्हें वहा पहुँच दे में आपसे इस कार्य की विनती करता हु।

मंगलवार, 2 जून 2020

सुविचार

विक्रम संवत.............२०७७
मास...............ज्येष्ठ
पक्ष................शुक्ल
तिथि...............एकादशी( निर्जला)
वार..................मंगलवार
दिनांक.............२-६-२०२०





 
🙏🏽 🚩 जय सिया राम 🚩

सुविचार:👉  " जो लोग अपने जीवन में बहुत जल्दी गुस्सा करते हैं, वो लोग वास्तव में दिल के बड़े सच्चे होते हैं।"

सोमवार, 1 जून 2020

सुविचार

विक्रम संवत.............२०७७
मास...............ज्येष्ठ
पक्ष................शुक्ल
तिथि...............दशमी
वार..................सोमवार
दिनांक.............१-६-२०२०





 
🙏🏽🕉 हर हर महादेव 🕉

सुविचार:-  " काम की अधिकता नहीं, अनियमितता आदमी को मार डालती है।"

रविवार, 31 मई 2020

हर गांव-घर की असलियत दो भाइयों के बीच बंटवारे...

ये जो तस्वीर है वो दो भाइयों के बीच बंटवारे के बाद की बनी हुई तस्वीर है। बाप-दादा के घर की देहली को जिस तरह बांटा गया है वह हर गांव-घर की असलियत को भी दर्शाता है। 

दरअसल हम गांव के लोग जितने खुशहाल दिखते हैं उतने हैं नहीं। जमीनों के केस, पानी के केस, खेत-मेढ के केस, रास्ते के केस, मुआवजे के केस, व्याह शादी के झगड़े, दीवार के केस, आपसी मनमुटाव, चुनावी रंजिशों ने ग्रामीण समाज को खोखला कर दिया है। 

अब गांव वो नहीं रहे कि बस में गांव की लडकी को देखते ही सीट खाली कर देते थे बच्चे। दो चार थप्पड गलती पर किसी बुजुर्ग या ताऊ ने टेक दिए तो इश्यू नहीं बनता था तब। 
अब हम पूरी तरह बंटे हुए लोग हैं। गांव में अब एक दूसरे की उपलब्धियों का सम्मान करने वाले, प्यार से सिर पर हाथ रखने वाले लोग संभवत अब मिलने मुश्किल हैं। 

हालात इस कदर खराब हैं कि अगर पडोसी फलां व्यक्ति को वोट देगा तो हम नहीं देंगे। इतनी नफरत कहां से आई है लोगों में ये सोचने और चिंतन का विषय है। गांवों में कितने मर्डर होते हैं, कितने झगडे होते हैं और कितने केस अदालतों व संवैधानिक संस्थाओं में लंबित है इसकी कल्पना भी भयावह है। 

संयुक्त परिवार अब गांवों में एक आध ही हैं, लस्सी-दूध जगह वहां भी डयू कोका मिरिंडा पिलाई जाने लगी है। बंटवारा केवल भारत का नहीं हुआ था, आजादी के बाद हमारा समाज भी बंटा है और शायद अब हम भरपाई की सीमाआें से भी अब दूर आ गए हैं। अब तो वक्त ही तय करेगा कि हम और कितना बंटेंगे। 

एक दिन यूं ही बातचीत में एक मित्र ने कहा कि जितना हम पढे हैं, दरअसल हम उतने ही बेईमान बने हैं। गहराई से सोचें तो ये बात सही लगती है कि पढे लिखे लोग हर चीज को मुनाफे से तोलते हैं और ये बात समाज को तोड रही है... 

जय हिंद जय भारत🚩