बुधवार, 15 जुलाई 2020

सुविचार

विक्रम संवत.............२०७७
मास................श्रावण
पक्ष.................कृष्ण
तिथि...............दशमी
वार..................बुधवार
दिनांक.............१५-७-२०२०






🙏🏽 🌻 वंदे मातरम् 🌻

सुविचार➡ " जहां संकल्प बड़ा होता हैं, वहां विपदा और संकट बड़े नहीं हो सकते।"

मंगलवार, 14 जुलाई 2020

सुविचार

विक्रम संवत.............२०७७
मास................श्रावण
पक्ष.................कृष्ण
तिथि...............नवमी
वार..................मंगलवार
दिनांक.............१४-७-२०२०






🙏🏽 🚩 जय सिया राम 🚩

सुविचार↔ " सार्थकता हासिल करने के लिए स्पष्ट चित्र बिल्कुल अनिवार्य है।"

सोमवार, 13 जुलाई 2020

सुविचार

विक्रम संवत.............२०७७
मास................श्रावण
पक्ष.................कृष्ण
तिथि...............अष्टमी
वार..................सोमवार
दिनांक.............१३-७-२०२०





🙏🏽 🕉 ॐ नमः शिवाय 🕉

सुविचार⏩ " अपने लक्ष्यों को पूरा होते देखने का सिद्धान्त जीवन के सभी क्षेत्रों में काम करता है।"

शनिवार, 11 जुलाई 2020

सुविचार

विक्रम संवत.............२०७७
मास................श्रावण
पक्ष.................कृष्ण
तिथि...............षष्ठी
वार..................शनिवार
दिनांक.............११-७-२०२०





🙏🏽 🍁 शुभम मंगल 🍁

सुविचार👉 " लक्ष्य प्राप्ति के लिये सहज प्रवृत्तियों को होम कर देना होता है |

शुक्रवार, 10 जुलाई 2020

सुविचार

विक्रम संवत.............२०७७
मास................श्रावण
पक्ष.................कृष्ण
तिथि...............पंचमी
वार.................. शुक्रवार
दिनांक.............१०-७-२०२०





🙏🏽 🌺 सुप्रभात 🌺

सुविचार:- " बाधाएं वे भयावह वस्तुएं हैं जो हम उस समय देखते हैं जब हम अपने लक्ष्य से ध्यान हटा लेते हैं।"

गुरुवार, 9 जुलाई 2020

सुविचार

विक्रम संवत.............२०७७
मास................श्रावण
पक्ष.................कृष्ण
तिथि...............चतुर्थी
वार..................गुरूवार
दिनांक.............९-७-२०२०




🙏🏽 💐 भारत माता की जय 💐

             सुविचार
                👇

 " अपनी सोच को कैसे बेहतर बनाया जाए, यह सीखने से उत्कृष्ट कुछ नहीं है।"

बुधवार, 8 जुलाई 2020

शायर है ये...

दर्द आँखों से निकला तो सबने बोला
कायर है ये
जब दर्द लफ़्ज़ों से निकला तो सब बोले
शायर है ये...




मज़ा अलग है जीने में
राज़ अगर हों सीने में।

तूफां से टकराता हूँ
खस्ताहाल सफीने में।

कभी कभी हंस लेते हैं
कभी सालों में महीने में।

गुज़री है कुछ यूं अब तक
टाट कभी पशमीने में।

फर्क नहीं फकीरों को
पत्थर और नगीने में।

मेहनत कर, बहा जरा
महक है फिर पसीने में।