बुधवार, 9 अक्टूबर 2024

सुविचार

विक्रम संवत...........२०८१
मास................... अश्विन 
पक्ष..................... शुक्ल 
तिथि..................... षष्ठी 
वार...................... बुधवार 
राहुकाल...........१२:१४- १३:४२तक
दिनांक..............०९-१०-२०२४



🙏🏽 🕉️ जय मां पार्वती 🕉️

सुविचार:▶️ " हम बड़े जरुर बने पर उनके सामने नहीं जिन्होने हमको बड़ा किया है।"

मंगलवार, 8 अक्टूबर 2024

सुविचार

विक्रम संवत...........२०८१
मास................... अश्विन 
पक्ष..................... शुक्ल 
तिथि..................... चतुर्थी 
वार...................... सोमवार 
राहुकाल...........०७:५०- ०९:१८तक
दिनांक..............०७-१०-२०२४





🙏🏽 🕉️ जय मां काली 🕉️

सुविचार:➡️ " यह जरूरी नहीं कि प्रतिदिन मंदिर जाने से व्यक्ति धार्मिक बन जाये, कर्म ऐसे होने चाहिए कि व्यक्ति जहां जाये मंदिर वहीं बन जाये।"

रविवार, 6 अक्टूबर 2024

सन 2050 में एक मुस्लिम अपने बच्चे के साथ चिड़िया घर देखने गया ...

बच्चे को पता नहीं था किस जानवर का क्या नाम है तो अपने बाप से पूछ लेता था सबसे पहले बच्चे ने हाथी को देखा उसके बाप ने बच्चे को हाथी की जानकारी बता दी उसके बाद बच्चे ने एक भालू देखा तो बाप ने भालू की जानकारी भी बता दी.

उसके बाद बच्चे ने एक पिंजरे मे दो हाथ दो पैर और इन्सानो की तरह दिखने वाला एक जानवर देखा तो बच्चे ने बाप से पूछा अब्बू ये कौन है ?

तो उसके बाप ने कहा बेटा ये हिन्दू है इसे हिन्दू होने का बहुत गर्व था क्यूंकि ये संसार की सबसे समृद्ध संस्कृति
का हिस्सा था, पर ये कभी आपस मे मिलकर नहीं रहते थे, ये हमेशा धन संपत्ति के चक्कर में ही लगे रहते थे, इन्हें हमेशा सोना खरीदने का शौक रहता था और हम अपना ध्यान लोहे पर रखते थे, हमारा लोहा सदैव समय पर काम आया लेकिन इनका सोना इनके काम नही आया, वो भी हमारा ही हो गया ।

इनकी अपने भाई- भाई मे कभी नहीं बनती थी हमेशा एक दूसरे पर कीचड़ उछालते रहते थे । ये अपनी दुकान, मकान, प्लाट के बंटवारे को लेकर अपने ही परिवार पर केस डालते थे, अपनो का ही मर्डर भी कर देते थे, 

इनमें से कोई कहता था मैं क्षत्रिय हूँ, तो
कोई कहता था मै जाट हुँ तो कोई कहता मै बामन (ब्राह्मण) हुँ
कोई कहता मै बनिया (वैश्य) हुँ
तो कोइ कहता मै राजपूत हुँ, कोई कहता था कि मैं तो दलित हूँ, पर
कोई ये नहीं कहता था
कि हम सब हिन्दू हैं ।

ये अपने आप को शेर भी कहते थे पर इनके किसी पड़ोसी को कोई मारने आता था तो अपने घर के दरवाजे पहले बंद कर लेते थे और सोचते थे कि पड़ोस वाले को मार रहे हैं मुझे क्या मतलब ।

इनके इसी निकम्मेपन का फायदा हमने उठाया वरना संख्या में ये हमसे अधिक ही रहे ।

ये बेवकूफ ये नहीं सोचते
थे कि
जब आगे पीछे के 100-100
को हम मार देंगे तो एक दिन उसका भी नंबर आएगा हम हिन्दुओ को मारते रहे सब खत्म हो गए अब कुछ हिन्दू बचे है इनको हमने पिंजरे में कैद कर दिया है ताकि
तुम बच्चो को बता सके
कि कभी इस धरती पर
हिन्दू का राज था और
अब हमारा है ।

जागो हिन्दूओं जागो अकेला मोदी क्या - क्या करेगा 100 करोड़ हिन्दुओं के लिए अकेला मोदी खड़ा है, अगर अब साथ न दिया तो कभी साथ देने की स्थिति में रह भी न पाओगे ।

*अवश्य पढ़ें और अन्यों को भी भेजें* 🙏
*ये सन्देश आपको सिर्फ 3 हिन्दू ग्रुप में फारवर्ड करना है ।*
🙏🚩
✍🏻लोकेश सोमानी🚩

शनिवार, 5 अक्टूबर 2024

सुविचार

विक्रम संवत...........२०८१
मास................... अश्विन 
पक्ष..................... शुक्ल 
तिथि..................... तृतीया 
वार...................... शनिवार 
राहुकाल...........०९:१८- १०:४७तक
दिनांक..............०५-१०-२०२४





🙏🏽 🍁 जय मां शारदा 🍁

सुविचार:⏩ " किसी ने सही कहा है जो गरजते हैं वो बरसते नहीं, इसलिए हमें कुछ भी करने से पहले उसकी चर्चा नही करनी चाहिए।"

शुक्रवार, 4 अक्टूबर 2024

सुविचार

विक्रम संवत...........२०८१
मास................... अश्विन 
पक्ष..................... शुक्ल 
तिथि..................... द्वितीया 
वार...................... शुक्रवार 
राहुकाल...........१०:४७- १२:१५तक
दिनांक..............०४-१०-२०२४


🙏🏽 🍁 जय मां भवानी 🍁

सुविचार:👉🏽 " सफलता कभी ये नही कहती कि किसी दूसरे के ऊपर पैर रखकर आगे बड़ो, सफलता सबका साथ मांगती है।"

गुरुवार, 3 अक्टूबर 2024

सुविचार

विक्रम संवत...........२०८१
मास................... अश्विन 
पक्ष..................... शुक्ल 
तिथि..................... प्रथमा 
वार...................... गुरूवार 
राहुकाल...........१३:४४- १५:१३तक
दिनांक..............०३-१०-२०२४


🙏🏽 🍁 जय जगदम्बे मां 🍁

सुविचार:- " सर्वोत्तम सपने तब घटित होते हैं जब हम जगे हों।"

बुधवार, 2 अक्टूबर 2024

सुविचार

विक्रम संवत...........२०८१
मास................... अश्विन 
पक्ष..................... कृष्ण
तिथि..................... अमावस्या 
वार...................... बुधवार 
राहुकाल...........१२:१६- १३:१५तक
दिनांक..............०२-१०-२०२४


🙏🏽 🌸 वंदेमातरम् 🌸

            सुविचार 
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" कठिन समय अधिक देर तक नहीं रहता, लेकिन कठोर लोग रहते हैं।"