" प्रत्येक आत्मा स्वयं में सर्वज्ञ और आनंदमय है। आनंद बाहर से नहीं आता।"
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सुविचार
🌻 वंदेमातरम् 🌻 🙏🏽
विक्रम संवत...........२०८१
मास................... पौष
पक्ष..................... कृष्ण
तिथि.................... दशमी
वार...................... बुधवार
राहुकाल...........१२:२७- १३:४७तक
दिनांक..............२५-१२-२०२४