विक्रम संवत........२०७४
मास.........आश्विन
पक्ष.........शुक्ल
तिथि........अष्टमी
वार.........गुरूवार
दिनांक.......२८-९-२०१७
🙏🏽 💐 जय माता की 💐
सुविचार:" कोई भी समस्या, चेतना के उसी स्तर पर रह कर हल नही की जा सकती, जिस पर वह उत्पन्न हुई है।
सुविचार इस शब्द में ही विचार आता है विचारों की इस बदलती श्रृंखला में ओर बदलते दौर में हमे सुविचार के माध्यम से कुछ कर दिखाने की प्रेरणा मिलती है हमारे लिए प्रेरणादायक होंगे.. सुविचार – Suvichar पढ़ने के बाद हमारे मन को एक नयी उर्जा मिलती है, जो हमें हमारे सभी काम सकारात्मक उर्जा के साथ करने के लिए प्रेरित करती है यदि आपको मेरी पोस्ट अछि लगती है तो फॉलो करें ।
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