शुक्रवार, 16 नवंबर 2018

जीवन- शैली

प्रकृति को पुनः वापिस करने की आदत है..! हमारे मन वचन कर्म और सकल व्यवहार का परिणाम हमें प्राप्त होता है...!!
ध्यान रहे ! हम अपना भविष्य गढ़ रहे हैं; अतः जीवन- शैली सकारात्मक, पारमार्थिक,सार्थक और शुचिता सम्पन्न रहे...!!!
         जय माँ भारती.....✍
                 *जय माता दी*.....

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