" हमारी विशालता कभी भी न गिरने में नहीं, बल्कि हर बार गिरने पर फिर उठने में निहित होती है।"
👆
सुविचार
🙏🏽 🕉️ ॐ नमः शिवाय 🕉️
विक्रम संवत.............२०७८
मास................चैत्र
पक्ष.................कृष्ण
तिथि................एकादशी
वार................सोमवार
दिनांक..............२८-३-२०२२
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