" जैसे - जैसे आयु बढ़ती है, मनुष्य को ये एहसास होने लगता है, कि उसने व्यर्थ ही उन लोगों को महत्व दिया, जिनका उनके जीवन में कभी कोई योगदान नहीं था। "
👆
सुविचार
🙏🏽 🚩 जय सियाराम 🚩
विक्रम संवत...........२०७९
मास....................आश्विन
पक्ष.....................कृष्ण
तिथि....................द्वितीया
वार......................मंगलवार
दिनांक..............११-१०-२०२२
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