विक्रम संवत...........२०८२
मास................... चैत्र
पक्ष..................... शुक्ल
तिथि.................... अष्टमी
वार...................... शनिवार
राहुकाल...........०९:२३-१०:५६तक
दिनांक...........०५-०४-२०२५
🙏🏽 🌷 सुप्रभातम 🌷
सुविचार:- " हमारे लिए चींटी से बढ़कर और कोई उपदेशक नहीं है। वह काम करती है और शांत रहती है।"
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