शनिवार, 5 अप्रैल 2025

सुविचार

 विक्रम संवत...........२०८२

मास................... चैत्र

पक्ष..................... शुक्ल

तिथि.................... अष्टमी 

वार...................... शनिवार 

राहुकाल...........०९:२३-१०:५६तक

दिनांक...........०५-०४-२०२५







🙏🏽 🌷 सुप्रभातम 🌷


सुविचार:- " हमारे लिए चींटी से बढ़कर और कोई उपदेशक नहीं है। वह काम करती है और शांत रहती है।"

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