सोमवार, 31 अगस्त 2020

सुविचार

विक्रम संवत.............२०७७
मास................भाद्रपद
पक्ष.................शुक्ल
तिथि...............त्रयोदशी
वार..................सोमवार
दिनांक.............३१-८-२०२०



🙏🏽 🕉 ॐ नम: शिवाय 🕉

सुविचार➡ " मनुष्य की असफलता का बस एक ही कारण है और वो है स्वयं पर विश्वास में कमी होना।"

how to improve electric bicycle..??

Electric bicycle are use 12/24v battery and brush less dc motor so we know that if we are mechanical used in this bicycles to charged battery ( convert mechanical energy to electrical energy )  there is normally way to every bicycles manufacturer facilities providing but if you have to improve your bicycles you have to used solar plate 12 volt , don't worry Small plate are available and you put on front Head light above in your bicycles and parallel connection in your changing connection and you used your bicycle double power boost you normally speed so your battery faster charged.

रविवार, 30 अगस्त 2020

शरणार्थिय रोहिंग्या समुदाय को बांग्लादेश सरकार ने अपने बशन चार द्वीप समहू पर बसाएगा

म्यांमार से पलायन हुए रोहिग्या मुसलमान आज के समय बहुत दयनीय स्थिति में है उनको ना खाने का ठिकाना है और न ही रहने का स्थान है और सबसे बड़ी चिंता का विषय ये है कि कोई भी देश उनको रहने का स्थान नही देना चाहता है जबकि उधर दूसरी तरफ ब्रिटेन हॉन्गकॉन्ग के निवासियों को सभी सुविधाओं के साथ रहने की बात कर रहा है ऐसा क्यों कि वो लोग शिक्षित है और सभ्य है तो कहा गयी मानवता वादी बाते जो मानव को मानव समझा जाता है और उनके लिए सिर्फ ये उम्मीद की जाती है कि आसपास के देश उन्हें रहने का स्थान दे क्योंकि ये लोग अभी अशिक्षित है और माइनॉरिटी में आते है क्या कुछ लोगो की वजह से पूरे समुदाय को दुत्कारना ठीक है क्या ? 

ये समुदाय म्यांमार से पलायन कर बांग्लादेश , मलेशिया , इंडोनेशिया , कंबोडिया, लाओस ओर थाईलैंड  में 2015 में चले गए और अभि तक ये रेफ्यूजी कैम्प में रह रहे है 

बांग्लादेश ने रोहिंग्यया मुसलमान को बशन चार द्वीप में रहने का स्थान दिया है इस आइलैंड को चारपीए व हतिया के नाम से भी जानते है जो आइलैंड अभी 14 साल पहले पद्मा नदी के सिल्ट से बना है ओर 40km का है और वो हर साल पानी मे डूबता है तो क्या ये कहा जाना चाइये की वो उन्हें मारने के लिए छोड़ रहे है वैसे तो बांग्लादेश सरकार ने वह ओर 2300cr(248मिलियन) का निवेश करके वहां रहने का स्थान बनाया है ओर अभी वो 100000 लोगो को रहने के लिए भेजेगा ओर उनका ध्यान रखा जाएगा ऐसा बोल है और 1 साल के बाद फिर सभी को वह भेज दिया जाएगा तो ये कहा तक सही है कि वो लोग किस तरह रहेंगे अपना जीवनव्यापन करेंगे उनको खाने के लिए अधिकत्म तो मछली ही मिलने वाली है बाकी बांग्लादेश सरकार किस तरह की योजना बना रही है ये देखना अभी बाकी है पर जो भी है अभी किसी देश ने तो उनके सेपरेट रहने की बात कही ये भी सही है क्योंकि दो देशों के अलग अलग लोग आपस मे 1 दम से अपना नही सकते है उनके बीच मे हमेशा वाद विवाद रहता है देखना ये है कि कार्य तो अच्छा किया पर जो स्थान चुना है वो सही है या नही कहि ऐसा न हो कि बाढ़ से पीड़ित होने के बाद सभी देशों से मदत मागि जाए फॉउंडेशन की मदत से पैसा प्राप्त किया जाए तो ये बात सबसे दुःखत होगी कि लोगो की जान पैसे के लिए बाली चढ़ा दी जाए।
देखते है बाकी देश अब क्या करते है इन लोगो के लिए।

शनिवार, 29 अगस्त 2020

सुविचार

विक्रम संवत.............२०७७
मास................भाद्रपद
पक्ष.................शुक्ल
तिथि...............एकादशी
वार..................शनिवार
दिनांक.............२९-८-२०२०






🙏🏽 🌺 शुभम मंगल 🌺

सुविचार↔ " यदि हार की कोई  सम्भावना ना हो तो जीत का कोई अर्थ नहीं।"

शुक्रवार, 28 अगस्त 2020

तेजादशमी की हार्दिक शुभकामनाएं

लीलन घोड़ी सोवनी 
मोतिया जड़ी लगाम 
खरनालिया रा वीर तेजाजी  ने  
झुक झुक करू प्रणाम
   तेजादशमी की हार्दिक शुभकामनाएं🙏🙏

सुविचार

विक्रम संवत.............२०७७
मास................भाद्रपद
पक्ष.................शुक्ल
तिथि...............दशमी
वार..................शुक्रवार
दिनांक.............२८-८-२०२०

🙏🏽 🌻 सुप्रभातम 🌻

सुविचार⏩ " असफलता महज एक अवसर है फिर से शुरुआत करने का, इस बार ओर बुद्धिमानी से।"

गुरुवार, 27 अगस्त 2020

भूकंप अब गूगल की वजह से पहले ही पता लग जायेगा

गूगल ने अभी हाल ही कि रिसर्च में बताया है कि वो जानते थे भूकंप को कोनसे देश मे आने वाला है पर उस समय वो शोध कर रहे थे तो कोई जानकारी बिना किसी पुष्टि के भर नही निकाली पर अब उनका शोध पूरा हो गया है तो शोधकर्ताओं ने पूर्ण विश्वास से बताया है कि हमे अब भूकंप का पता वो पहले ही बता देंगे किसी भी देश को ओर इसकी जानकारी गूगल के निर्देश सुन्दर पिचाई ने अपनी twitter में दी है जिसमे उन्होंने बताया है कि समुन्दर के अंदर internet के लिए ऑप्टिकल फाइबर का उपयोग किया जाता है जो  केबल ऑप्टिकल फाइबर से बने होते हैं जो 204,190 किलोमीटर प्रति सेकंड की गति से यात्रा करने वाले प्रकाश के रूप में डेटा ले जाने में सक्षम होते हैं। के रूप में स्पंदन प्रकाश केबल के पार हजारों किलोमीटर की यात्रा कर सकता है, यह विकृतियों का सामना करता है। प्राप्त अंत इन प्रकाश दालों का पता लगाता है और विकृतियों को ठीक करने के लिए एक डिजिटल सिग्नल प्रोसेसर का उपयोग किया जाता है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि प्रकाश में एक संपत्ति है जिसे ऑप्टिकल ट्रांसमिशन के हिस्से के रूप में ट्रैक किया गया है, यह ध्रुवीकरण (एसओपी) की स्थिति में है। "एसओपी केबल के साथ यांत्रिक गड़बड़ी की प्रतिक्रिया में बदलता है और इन गड़बड़ियों को ट्रैक करने से हमें भूकंपीय गतिविधि का पता लगाने में सक्षम होता है," कंपनी ने समझाया। जबकि कंपनी ने 2013 में परियोजना शुरू की, प्रयोग 2019 में हुआ और तब से, यह मैक्सिको और चिली में मध्यम तीव्रता केकुछ भूकंपों का पता लगाने में सक्षम है। भारत में निश्चित रूप से इस तकनीक का उपयोग किया जा सकता है जो लगभग तीन-चार महीनों से कई हल्के भूकंपों का सामना कर रहा है
भूकंप की जानकारी 10 मिटन पहले ही पता लग जायेगी जो गूगल को ऑप्टिकल फाइबर की मदत से वो बता देंगे ।