*#सुनो_कान्हा*....... *चाहत
छोटा सा परिवार हमारा प्यार लुटाते रहना ये भी तेरा घर है कान्हा आते-जाते रहना हम तेरे दर हरदम आते अब के तुम्हारी बारी है आते-जाते रहने से ही बढ़ती रिश्तेदारी है भक्तों से जो नाता जोड़ा श्याम निभाते रहना ये भी तेरा घर है कान्हा आते-जाते रहना ये मत समझो गरज है कोई इसलिए तुम्हें बुलाते हैं तुम हो कान्हा प्रेम के भूखे इसलिए प्रेम जताते हैं भाव का भोजन लेकर आए भोग लगाते रहना ये भी तेरा घर है कान्हा आते-जाते रहना सबसे कहते फिरते हैं हम साथी श्याम हमारा है जिसकी नाव संभाले कान्हा मिलता तुरंत किनारा है हम भक्तों की यूं ही कन्हैया लाज बचाते रहना ये भी तेरा घर है कान्हा आते-जाते रहना छोटा सा परिवार हमारा प्यार लुटाते रहना ये भी तेरा घर है कान्हा आते-जाते रहना जय श्री राधे कृष्णा ....।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें