सोमवार, 31 अगस्त 2020

सुविचार

विक्रम संवत.............२०७७
मास................भाद्रपद
पक्ष.................शुक्ल
तिथि...............त्रयोदशी
वार..................सोमवार
दिनांक.............३१-८-२०२०



🙏🏽 🕉 ॐ नम: शिवाय 🕉

सुविचार➡ " मनुष्य की असफलता का बस एक ही कारण है और वो है स्वयं पर विश्वास में कमी होना।"

how to improve electric bicycle..??

Electric bicycle are use 12/24v battery and brush less dc motor so we know that if we are mechanical used in this bicycles to charged battery ( convert mechanical energy to electrical energy )  there is normally way to every bicycles manufacturer facilities providing but if you have to improve your bicycles you have to used solar plate 12 volt , don't worry Small plate are available and you put on front Head light above in your bicycles and parallel connection in your changing connection and you used your bicycle double power boost you normally speed so your battery faster charged.

रविवार, 30 अगस्त 2020

शरणार्थिय रोहिंग्या समुदाय को बांग्लादेश सरकार ने अपने बशन चार द्वीप समहू पर बसाएगा

म्यांमार से पलायन हुए रोहिग्या मुसलमान आज के समय बहुत दयनीय स्थिति में है उनको ना खाने का ठिकाना है और न ही रहने का स्थान है और सबसे बड़ी चिंता का विषय ये है कि कोई भी देश उनको रहने का स्थान नही देना चाहता है जबकि उधर दूसरी तरफ ब्रिटेन हॉन्गकॉन्ग के निवासियों को सभी सुविधाओं के साथ रहने की बात कर रहा है ऐसा क्यों कि वो लोग शिक्षित है और सभ्य है तो कहा गयी मानवता वादी बाते जो मानव को मानव समझा जाता है और उनके लिए सिर्फ ये उम्मीद की जाती है कि आसपास के देश उन्हें रहने का स्थान दे क्योंकि ये लोग अभी अशिक्षित है और माइनॉरिटी में आते है क्या कुछ लोगो की वजह से पूरे समुदाय को दुत्कारना ठीक है क्या ? 

ये समुदाय म्यांमार से पलायन कर बांग्लादेश , मलेशिया , इंडोनेशिया , कंबोडिया, लाओस ओर थाईलैंड  में 2015 में चले गए और अभि तक ये रेफ्यूजी कैम्प में रह रहे है 

बांग्लादेश ने रोहिंग्यया मुसलमान को बशन चार द्वीप में रहने का स्थान दिया है इस आइलैंड को चारपीए व हतिया के नाम से भी जानते है जो आइलैंड अभी 14 साल पहले पद्मा नदी के सिल्ट से बना है ओर 40km का है और वो हर साल पानी मे डूबता है तो क्या ये कहा जाना चाइये की वो उन्हें मारने के लिए छोड़ रहे है वैसे तो बांग्लादेश सरकार ने वह ओर 2300cr(248मिलियन) का निवेश करके वहां रहने का स्थान बनाया है ओर अभी वो 100000 लोगो को रहने के लिए भेजेगा ओर उनका ध्यान रखा जाएगा ऐसा बोल है और 1 साल के बाद फिर सभी को वह भेज दिया जाएगा तो ये कहा तक सही है कि वो लोग किस तरह रहेंगे अपना जीवनव्यापन करेंगे उनको खाने के लिए अधिकत्म तो मछली ही मिलने वाली है बाकी बांग्लादेश सरकार किस तरह की योजना बना रही है ये देखना अभी बाकी है पर जो भी है अभी किसी देश ने तो उनके सेपरेट रहने की बात कही ये भी सही है क्योंकि दो देशों के अलग अलग लोग आपस मे 1 दम से अपना नही सकते है उनके बीच मे हमेशा वाद विवाद रहता है देखना ये है कि कार्य तो अच्छा किया पर जो स्थान चुना है वो सही है या नही कहि ऐसा न हो कि बाढ़ से पीड़ित होने के बाद सभी देशों से मदत मागि जाए फॉउंडेशन की मदत से पैसा प्राप्त किया जाए तो ये बात सबसे दुःखत होगी कि लोगो की जान पैसे के लिए बाली चढ़ा दी जाए।
देखते है बाकी देश अब क्या करते है इन लोगो के लिए।

शनिवार, 29 अगस्त 2020

सुविचार

विक्रम संवत.............२०७७
मास................भाद्रपद
पक्ष.................शुक्ल
तिथि...............एकादशी
वार..................शनिवार
दिनांक.............२९-८-२०२०






🙏🏽 🌺 शुभम मंगल 🌺

सुविचार↔ " यदि हार की कोई  सम्भावना ना हो तो जीत का कोई अर्थ नहीं।"

शुक्रवार, 28 अगस्त 2020

तेजादशमी की हार्दिक शुभकामनाएं

लीलन घोड़ी सोवनी 
मोतिया जड़ी लगाम 
खरनालिया रा वीर तेजाजी  ने  
झुक झुक करू प्रणाम
   तेजादशमी की हार्दिक शुभकामनाएं🙏🙏

सुविचार

विक्रम संवत.............२०७७
मास................भाद्रपद
पक्ष.................शुक्ल
तिथि...............दशमी
वार..................शुक्रवार
दिनांक.............२८-८-२०२०

🙏🏽 🌻 सुप्रभातम 🌻

सुविचार⏩ " असफलता महज एक अवसर है फिर से शुरुआत करने का, इस बार ओर बुद्धिमानी से।"

गुरुवार, 27 अगस्त 2020

भूकंप अब गूगल की वजह से पहले ही पता लग जायेगा

गूगल ने अभी हाल ही कि रिसर्च में बताया है कि वो जानते थे भूकंप को कोनसे देश मे आने वाला है पर उस समय वो शोध कर रहे थे तो कोई जानकारी बिना किसी पुष्टि के भर नही निकाली पर अब उनका शोध पूरा हो गया है तो शोधकर्ताओं ने पूर्ण विश्वास से बताया है कि हमे अब भूकंप का पता वो पहले ही बता देंगे किसी भी देश को ओर इसकी जानकारी गूगल के निर्देश सुन्दर पिचाई ने अपनी twitter में दी है जिसमे उन्होंने बताया है कि समुन्दर के अंदर internet के लिए ऑप्टिकल फाइबर का उपयोग किया जाता है जो  केबल ऑप्टिकल फाइबर से बने होते हैं जो 204,190 किलोमीटर प्रति सेकंड की गति से यात्रा करने वाले प्रकाश के रूप में डेटा ले जाने में सक्षम होते हैं। के रूप में स्पंदन प्रकाश केबल के पार हजारों किलोमीटर की यात्रा कर सकता है, यह विकृतियों का सामना करता है। प्राप्त अंत इन प्रकाश दालों का पता लगाता है और विकृतियों को ठीक करने के लिए एक डिजिटल सिग्नल प्रोसेसर का उपयोग किया जाता है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि प्रकाश में एक संपत्ति है जिसे ऑप्टिकल ट्रांसमिशन के हिस्से के रूप में ट्रैक किया गया है, यह ध्रुवीकरण (एसओपी) की स्थिति में है। "एसओपी केबल के साथ यांत्रिक गड़बड़ी की प्रतिक्रिया में बदलता है और इन गड़बड़ियों को ट्रैक करने से हमें भूकंपीय गतिविधि का पता लगाने में सक्षम होता है," कंपनी ने समझाया। जबकि कंपनी ने 2013 में परियोजना शुरू की, प्रयोग 2019 में हुआ और तब से, यह मैक्सिको और चिली में मध्यम तीव्रता केकुछ भूकंपों का पता लगाने में सक्षम है। भारत में निश्चित रूप से इस तकनीक का उपयोग किया जा सकता है जो लगभग तीन-चार महीनों से कई हल्के भूकंपों का सामना कर रहा है
भूकंप की जानकारी 10 मिटन पहले ही पता लग जायेगी जो गूगल को ऑप्टिकल फाइबर की मदत से वो बता देंगे । 

भारत को आत्मनिर्भर कैसे बनाये?

भारत हमेशा से ही विश्वगुरु रहा है परन्तु अराजकता के कारण हम सदियों पीछे आगये है इसे हमे दूर करने में ज्यादा समय नही लगे अगर हम सब एक साथ कार्य करे इसके लिये हमे निम्न प्रकार के कार्य करने पड़ेंगे जो निम्नाकित है 

1) खेती को बढ़ाना होगा इसके लिए जहाँ जगह जो वह हम सब लोग खेती करे अपने घर के आंगन में भी छोटी सब्जिया उगाये ओर उसका उपयोग करे 
इससे आपका घर का खर्चा भी कम होगा और जैविक सब्जी का उपयोग ज्यादा होगा

2 हम सभी को अपने घर के बहार 1 फल का पेड़ लगाना चाहिए जैसी की आम जामुन आवला इत्यादि इससे हमारे जो लघु उद्योग है उनको आने वाले 5 सालों में फायदा मिलेगा जैसे कि आम का अचार आवले का मुरबा जामुन का रस इस प्रकार के अनेक लाभ प्राप्त होंगे और घरों की स्त्रियां इन सभी कार्यो को घर पर रह कर आसानी से कर पायेगी ओर सभी लोगो के आमदनी में भी इजाफा होगा।

3 इंडस्ट्रीज सेक्टरों में राज्य सरकारों को केन्द्र सरकार की सामंजस्य से मिलकर काम करना होगा इससे राज्य सरकार बहुत अच्छे तरीके  से स्थानीय लोगो के हुनर को देखते हुए कारखानों का निर्माण कर सकती है 

बुधवार, 26 अगस्त 2020

श्रेष्ठ व्यक्ति

एक श्रेष्ठ व्यक्ति अपनी बोली में भले पीछे हो, लेकिन अपने कर्म में हमेशा आगे रहता है। 🙏🏽शुभ संध्या🙏🏽

सुविचार

विक्रम संवत.............२०७७
मास................भाद्रपद
पक्ष.................शुक्ल
तिथि...............अष्टमी
वार..................बुधवार
दिनांक.............२६-८-२०२०






🙏🏽 🌸 वंदेमातरम 🌸

सुविचार👉 " सफलता पहले से की गयी तैयारी पर निर्भर है,और बिना तैयारी के असफलता निश्चित है।"

मंगलवार, 25 अगस्त 2020

How negative energy remove by colour therapy?

Colour theory is provided good mentaly health so always using white color in your home and green colors in your bright room and multiple color using in your mostly sitting area.. 

And nature picture always in your home those places you are loved it...  Garden must there in your home if you want mentally healthy if you dont garden area in your home so you make it in your roof garden.

सुविचार

विक्रम संवत.............२०७७
मास................भाद्रपद
पक्ष.................शुक्ल
तिथि...............सप्तमी
वार..................मंगलवार
दिनांक.............२५-८-२०२०






🙏🏽 🚩 जय श्री राम 🚩

सुविचार:- " असफलता घातक नहीं है, लगे रहने का साहस ही मायने रखता है।"

सोमवार, 24 अगस्त 2020

सुविचार

विक्रम संवत.............२०७७
मास................भाद्रपद
पक्ष.................शुक्ल
तिथि...............षष्ठी
वार..................सोमवार
दिनांक.............२४-८-२०२०





🙏🏽 🕉 हर हर महादेव 🕉

                सुविचार
                   👇

 " जो हम अच्छी तरह जानते हैं , उसके प्रति निष्ठावान ना होना ही जीवन की एक मात्र विफलता है।"

शनिवार, 22 अगस्त 2020

सुविचार

" जब तक हम अपने काम से प्रेम नहीं करते तब तक हम सफल नहीं हो सकते।"

                 👆
              सुविचार

🙏🏽 🌷 जय गणेशाय नम: 🌷




विक्रम संवत.............२०७७
मास................भाद्रपद
पक्ष.................शुक्ल
तिथि...............चतुर्थी
वार..................शनिवार
दिनांक.............२२-८-२०२०



*आप सभी को गणेश चतुर्थी पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं*🙏🏽

शुक्रवार, 21 अगस्त 2020

सुविचार

विक्रम संवत.............२०७७
मास................भाद्रपद
पक्ष.................शुक्ल
तिथि............... तृतीया
वार..................शुक्रवार
दिनांक.............२१-८-२०२०


🙏🏽 🌼 सुप्रभातम 🌼

 सुविचार➡ " बिना जूनून के ऊर्जा पास नहीं रहेगी, और बिना ऊर्जा के हमारे पास कुछ भी नहीं।"

गुरुवार, 20 अगस्त 2020

सुविचार

विक्रम संवत.............२०७७
मास................भाद्रपद
पक्ष.................शुक्ल
तिथि...............द्वितीया
वार..................गुरुवार
दिनांक.............२०-८-२०२०

🙏🏽 🍁 भारत माता की जय 🍁

 सुविचार↔ " असफलता तभी आती है जब हम अपने आदर्श,उद्देश्य, और सिद्धांत भूल जाते है।"

बुधवार, 19 अगस्त 2020

सुविचार

विक्रम संवत.............२०७७
मास................भाद्रपद
पक्ष.................कृष्ण
तिथि...............अमावस्या
वार..................बुधवार
दिनांक.............१९-८-२०२०






🙏🏽 🌺 वंदेमातरम 🌺

 सुविचार⏩ " असफल वह व्यक्ति है जिसने गलती की, लेकिन वह उस अनुभव का लाभ नहीं उठा पाया।"

मंगलवार, 18 अगस्त 2020

सुविचार

विक्रम संवत.............२०७७
मास................भाद्रपद
पक्ष.................कृष्ण
तिथि...............चतुर्दशी
वार..................मंगलवार
दिनांक.............१८-८-२०२०






🙏🏽 🚩 जय श्री राम 🚩

 सुविचार▶ " हालांकि, जीवन का रहस्य सात बार गिरना और आठ बार उठना है।"

सोमवार, 17 अगस्त 2020

सुविचार

विक्रम संवत.............२०७७
मास................भाद्रपद
पक्ष.................कृष्ण
तिथि...............त्रयोदशी
वार..................सोमवार
दिनांक.............१७-८-२०२०





🙏🏽 🕉 हर हर महादेव 🕉

 सुविचार👉 " असफलता से बस यही प्रमाणित होता है, आपके सफल होने के संकल्प में पर्याप्त शक्ति नहीं थी।"

शनिवार, 15 अगस्त 2020

2020 स्वंत्रता दिवस की आप सभी को बहुत बहुत शुभकामनायें

हमारे देश की आजादी के🇮🇳🇮🇳इस पावन पर्व की आप सभी मित्रों को बहुत बहुत बधाई( जिस दिन हमें ब्रिटिश हुकूमत से आजादी प्राप्त हुई।) मैं उन सभी वीरों का अभिनन्दन करती हुँ जिन्होंने इस महान  देश की आजादी के लिए अपनी कुर्बानी दी एंव जो अभी वर्तमान समय में इस महान देश की रक्षा की खातिर सरहद पर अपनी सेवा दे रहे है। मैं आप सभी नौजवानों का दिल से शुक्रियादा करती हूँ ईश्वर आपकी सदैव रक्षा करें। हम रहें या ना रहें लेकिन हमारा महान देश अन्नंत सदियों तक गौरान्वित होकर यह पर्व इसी हर्षोल्लास के साथ मनाता रहेगा। 

जय हिन्द जय भारत 🙏🏻💞💗🇮🇳🇮🇳2020 स्वंत्रता दिवस की आप सभी को बहुत बहुत शुभकामनायें 🥰मुझे अपने भारतीय होने पर 'गर्व था, गर्व है, गर्व रहेगा'। मेरा प्यारा "महान भारत" "आत्मनिर्भर" बनने की और अग्रसर है और वो दिन दूर नहीं जब फिर से हमारा देश "सोने की चिड़िया" कहलायेगा😇। 

बहुत वर्षों बाद इस महामारी की वजह से हमारी शिक्षा नीति, स्वास्थ्य नीति, आर्थिक नीति, तकनीकी नीति में समयानुसार माननीय सरकार द्वारा सुधार किये गए है। जब कभी कोई आपदा आती है तो वो साथ ही "नये तरीकों एंव विचारों से जिंदगी जीने का सन्देश लाती" है, इस महामारी की लड़ाई मैं शामिल हमारे स्तंभों को हम शुक्रिया करते है जिनकी वज़ह से हम इस महामारी से निपटने की ओर अग्रसर है और बहुत जल्द हम सब मिलकर इस आपदा से भी आजाद हो जायेंगे।  🙏🏻🙏🏻
@विशाल नागर@

सुविचार

विक्रम संवत.............२०७७
मास................भाद्रपद
पक्ष.................कृष्ण
तिथि...............एकादशी
वार..................शनिवार
दिनांक.............१५-८-२०२०





🙏🏽 🚩 *जय हिन्द* 🚩

 सुविचार:- " बार बार असफल होने पर भी उत्साह ना खोने में ही सफलता है।


*स्वतंत्रता दिवस की आप सभी को शुभकामनाएं*🌹

शुक्रवार, 14 अगस्त 2020

सुविचार

विक्रम संवत.............२०७७
मास................भाद्रपद
पक्ष.................कृष्ण
तिथि...............दशमी
वार.................. शुक्रवार
दिनांक.............१४-८-२०२०





🙏🏽 🌻 सुप्रभातम 🌻

              सुविचार
                 👇

 " जिस व्यक्ति ने अपनी अंतरात्मा को दांव पर लगा कर लाखों जीतें हैं वह असफल है।"

गुरुवार, 13 अगस्त 2020

सुविचार

" हमारे आलस्य की सजा सिर्फ हमारी असफलता नहीं है, दूसरों  की सफलता भी है।"

                  👆
               सुविचार

🙏🏽 💐 वंदे मातरम् 💐





विक्रम संवत.............२०७७
मास................भाद्रपद
पक्ष.................कृष्ण
तिथि...............नवमी
वार..................गुरूवार
दिनांक.............१३-८-२०२०

बुधवार, 12 अगस्त 2020

सुविचार

विक्रम संवत.............२०७७
मास................भाद्रपद
पक्ष.................कृष्ण
तिथि...............अष्टमी
वार..................बुधवार
दिनांक.............१२-८-२०२०






🙏🏽 🌸 जय श्री कृष्ण 🌸

सुविचार➡ " सफलता कभी-कभी सिर्फ सही निर्णय लेने  का परिणाम ही नहीं है
 बल्कि ये कुछ निर्णय लेने का  परिणाम है।"


*आप सभी को कृष्ण जन्म महोत्सव की बहुत शुभकामनाये*🚩🙏🏽🌹

मंगलवार, 11 अगस्त 2020

सुविचार

विक्रम संवत.............२०७७
मास................भाद्रपद
पक्ष.................कृष्ण
तिथि...............सप्तमी
वार..................मंगलवार
दिनांक.............११-८-२०२०






🙏🏽 🚩 जय श्री राम 🚩

सुविचार↔ " सबसे छोटा कार्य भी सबसे महान इरादे से अच्छा है।"

सोमवार, 10 अगस्त 2020

सुविचार

विक्रम संवत.............२०७७
मास................भाद्रपद
पक्ष.................कृष्ण
तिथि...............षष्टी
वार..................सोमवार
दिनांक.............१०-८-२०२०






🙏🏽 🕉 हर हर महादेव 🕉

सुविचार⏩ " जब तक हम अपने बारे में अच्छा महसूस नहीं करते हैं, हम दूसरों को अच्छा महसूस नहीं करा सकते।"

शनिवार, 8 अगस्त 2020

सुविचार

विक्रम संवत.............२०७७
मास................भाद्रपद
पक्ष.................कृष्ण
तिथि...............पंचमी
वार..................शनिवार
दिनांक.............८-८-२०२०






🙏🏽 🌷 सुप्रभातम् 🌷

सुविचार▶ " हम जिस चीज को सबसे ज्यादा पाना चाहते है पहले उसे देना सीखें।

शुक्रवार, 7 अगस्त 2020

सुविचार

विक्रम संवत.............२०७७
मास................भाद्रपद
पक्ष.................कृष्ण
तिथि...............चतुर्थी
वार..................शुक्रवार
दिनांक.............७-८-२०२०






🙏🏽 🌼 शुभम मंगल 🌼

सुविचार👉 " सफल होने के लिए, सफलता की इच्छा,असफलता के भय से अधिक  होनी चाहिए।"

गुरुवार, 6 अगस्त 2020

सुविचार

विक्रम संवत.............२०७७
मास................भाद्रपद
पक्ष.................कृष्ण
तिथि...............तृतीया
वार..................गुरूवार
दिनांक.............६-८-२०२०






🙏🏽 🍁 भारत माता की जय 🍁

सुविचार:- " सफलता का मन्त्र नहीं पता, पर सभी को खुश करने का प्रयास करना ही असफलता का मन्त्र है।"

बुधवार, 5 अगस्त 2020

माननीय सह सरकार्यवाह मनमोहनजी वैद्य (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) द्वारा लिखित सुंदर आर्टिकल...

माननीय सह सरकार्यवाह मनमोहनजी वैद्य (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) द्वारा लिखित सुंदर आर्टिकल...

श्रीराम मंदिर - यह केवल एक मंदिर नहीं, भारत के सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक है
लेखक : डॉ. मनमोहन वैद्य

अयोध्या में रामजन्मभूमि पर करोड़ों भारतीयों की आस्था और आकांक्षा के प्रतीक भव्य श्रीराम मंदिर के निर्माण का शुभारम्भ 5 अगस्त, 2020 को होने जा रहा है. भारत के सांस्कृतिक इतिहास में यह पर्व  स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा. 1951 में सौराष्ट्र (गुजरात) के वेरावल में सुप्रसिद्ध सोमनाथ मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा स्वतंत्र भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद के हाथों हुई थी, वैसा ही यह प्रसंग है. उस समय सरदार पटेल, के. एम. मुंशी, महात्मा गांधी, वी.पी. मेनन, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जैसे मूर्धन्य नेताओं ने सोमनाथ मंदिर के निर्माण के कार्य को भारतीयों की चिरविजयी अस्मिता और गौरव का प्रतीक माना था.
हालांकि पंडित नेहरू जैसे नेता ने इस घटना का “हिन्दू पुनरुत्थानवाद” कहकर विरोध भी किया. उस समय नेहरू से हुई बहस को कन्हैयालाल मुंशी ने अपनी पुस्तक “Pilgrimage to Freedom” में दर्ज किया है. यह प्रकरण पढ़ने योग्य है क्योंकि तब ही हम अयोध्या में निर्माण हो रहे राममंदिर निर्माण का भारत के सांस्कृतिक इतिहास में महत्व और इसके विरोध को भी समझ सकेंगे.
चूंकि अयोध्या के राम मंदिर की तरह, सोमनाथ मंदिर पर भी एक मुस्लिम आक्रांता महमूद गज़नी ने कई बार हमला किया और उसे नष्ट किया था इसलिए के. एम. मुंशी की पुस्तक से उद्धृत अंश आज के सन्दर्भों में भी सांस्कृतिक विरासत के लिए राष्ट्र भावना के साथ राजनीति के छोटे भाग की संकीर्णता को रेखांकित करने में सक्षम हैं.
अस्मिता पर आघात और  जनसामान्य की पीड़ा -
आक्रांता केवल किसी राष्ट्र को पद आक्रांत नहीं करते, बल्कि विजित समाज के गौरव और आत्माभिमान को गहरे कुचलते हैं. प्रश्न यह है कि क्या वह ढांचा जिसे बाद में मस्जिद कहा गया, वास्तव में इबादत के लिए ही बना था? नहीं? बाबर के सिपहसालार मीर बाकी को अयोध्या जीतने के बाद यदि नमाज़ ही अदा करनी थी तो वह कहीं खुले मैदान में या कहीं खुले में नई मस्जिद बनवाकर कर सकता था. इस्लामिक विद्वानों ने सुप्रीम कोर्ट में माना कि जबरदस्ती क़ब्ज़ा की गई ज़मीन या भवन में की हुई नमाज़ अल्लाह को क़बूल नहीं होती है. इसलिए मीर बाकी ने श्रीराम मंदिर को ध्वस्त कर वहाँ मस्जिद बनाने का कृत्य, ना उसकी धार्मिक आवश्यकता थी और ना ही उसे इस्लाम की मान्यता थी. फिर उसने यह क्यों किया!  क्योंकि उसे केवल भारतीय आस्था, अस्मिता और गौरव पर आघात करना था.
के एम मुंशी लिखते हैं -
“........ दिसंबर 1922 में मैं उस भग्न  मंदिर की तीर्थ यात्रा पर निकला. ……अपवित्र, जला हुआ और ध्व.स्तद, पर फिर भी वह दृढ़ खड़ा था, मानों हमारे साथ की गई कृतघ्न्ता और अपमान को न भूलने का संदेश दे रहा हो. …….जब मैंने पवित्र सभामंडप की ओर कदम बढ़ाए तो मंदिर के खंभों के भग्ना वशेषों और बिखरे पत्थ रों को देखकर मेरे अंदर अपमान की कैसी अग्निशिखा प्रज्जकवलित हो उठी थी, मैं बता नहीं सकता."
सांस्कृतिक धरोहर केवल भौतिक प्रतीक नहीं होतीं. सामाजिक मूल्यों और परम्पराओं में पगे यह ऐसे सूत्र होते हैं, जिनमें समाज को बांधने की, उत्साह देने की शक्ति होती है.
के. एम. मुंशी लिखते हैं -
'नवंबर 1947 के मध्य में सरदार प्रभास पाटन के दौरे पर थे, जहां उन्होंशने मंदिर का दर्शन किया. एक सार्वजनिक सभा में सरदार ने घोषणा की : "नए साल के इस शुभ अवसर पर हमने फैसला किया है कि सोमनाथ का पुनर्निर्माण करना चाहिए. सौराष्ट्र के लोगों को अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देना होगा. यह एक पवित्र कार्य है, जिसमें सभी को भाग लेना चाहिए.”
.........कुछ लोगों ने प्राचीन मंदिर के भग्नाहवशेषों को प्राचीन स्मागरक के रूप में संजो कर रखने का सुझाव दिया, जिन्हेंन मृत पत्थर जीवंत स्वंरूप की तुलना में अधिक प्राणवान लगते थे. लेकिन मेरा स्पछष्टज मानना था कि सोमनाथ का मंदिर कोई प्राचीन स्मारक नहीं, बल्कि प्रत्ये क भारतीय के हृदय में स्थित पूजा स्थ ल था. जिसका पुनर्निर्माण करने के लिए अखिल राष्ट्र प्रतिबद्ध था."
राष्ट्रीय विषयों पर मतभिन्नता और इसके कारण –
उस समय भी हमारे राष्ट्रीय नेता दो अलग-अलग विचारों में बंटे थे. सामाजिक राष्ट्रीय महत्व के कुछ मुद्दों पर कई बार राजनीति के अलग-अलग मत और पक्ष देखने को मिलते हैं. इसका कारण राष्ट्र और समाज को लेकर राजनीति के अलग-अलग दृष्टिकोण हो सकते हैं. सोमनाथ पर नेहरू जी का दृष्टिकोण या अयोध्या पर आज उठती छिटपुट विरोध की आवाजें इसी संदर्भ में देखी जा सकती हैं.
के. एम. मुंशी लिखते हैं –
......... कैबिनेट की बैठक के अंत में जवाहरलाल ने मुझे बुलाकर कहा : "मुझे सोमनाथ के पुनरुद्धार के लिए किया जा रहा आपका प्रयास पंसद नहीं आ रहा. यह हिन्दू पुनरुत्थानवाद है." मैंने जवाब दिया कि मैं घर जाऊंगा और जो कुछ भी घटित हुआ है, उसके बारे में आपको जानकारी दूंगा.”
सवाल यह है कि आखिर भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने इसे 'हिन्दू पुनरुत्थान कार्य” कहकर विरोध क्यों  किया था. जबकि के. एम. मुंशी ने इसे "भारत की सामूहिक अंत:चेतना” का नाम दिया और इस प्रयास को लेकर आम लोगों में खुशी की लहर का संकेत दिया. एक ही मुद्दे पर दो अलग-अलग विरोधी दृष्टिकोण क्योंय बन जाते हैं? मूलत: यह भारत के दो अलग-अलग विचार हैं. पंडित नेहरू भारत विरोधी नहीं थे, लेकिन भारत के संबंध में उनका नजरिया यूरोपीय विचारधारा पर केन्द्रित था जो भारतीयता से अलग था, अभारतीय था. वहीं सरदार पटेल, डॉ. राजेंद्र प्रसाद, के.एम. मुंशी और अन्य लोगों के भारत संबंधी विचार भारतीयता की मिट्टी से जुड़े थे, जिसमें भारत की प्राचीन आध्यात्मिक परंपरा का सार निहित था. यहां तक कि महात्मा गांधी ने भी इसे स्वीाकृति दी थी, उन्होंने केवल यह शर्त रखी कि मंदिर के पुनर्निर्माणके लिए धनराशि जनता के सहयोग से इकट्ठी की जाए.
के. एम. मुंशी आगे लिखते हैं –
“24 अप्रैल 1951 को मैंने उन्हें (श्री नेहरू) एक पत्र लिखा था, जिसे मैं आगे अक्षरश: पुन: प्रस्तुंत कर रहा हूं –
........ जब सरदार ने बापू (गांधीजी) के साथ पूरी योजना पर चर्चा की तो उन्होंने कहा कि यह बिल्कु.ल सही है, बशर्ते मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए आवश्यक धन जनता के सहयोग से इकट्ठा किया जाए. गाडगिल ने भी बापू से मुलाकात की और बापू ने उनको भी यही सलाह दी थी. उसके बाद मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए भारत सरकार की ओर से आर्थिक सहायता की बात पर विराम लग गया."
 ……..मैं आपको विश्वाेस दिलाता हूं कि भारत की 'सामूहिक अंत:चेतना” किसी और अन्य कार्य की तुलना में सोमनाथ के पुनर्निर्माण के लिए भारत सरकार के समर्थन के बारे में सुनकर ज्या दा खुश है.
…….कल आपने 'हिन्दू पुनरुत्थान' के संदर्भ में बात की. मैं आपके विचारों से अवगत हूँ. मैंने हमेशा उनका सम्मा न किया है. …….मैंने अपने साहित्यिक और सामाजिक कार्यों के माध्यिम से हिन्दू धर्म के कुछ पहलुओं की आलोचना करते हुए उन्हें  नया रूप देने या बदलने का विनम्र निवेदन किया है, इस विश्वालस के साथ कि यह छोटा सा कदम ही आधुनिक वातावरण में भारत को एक उन्नत और सशक्त राष्ट्र बना सकता है.
..........एक बात और कहना चाहूंगा कि अतीत पर मेरा विश्वास मुझे वर्तमान में काम करने और भविष्य की ओर आगे बढ़ने की शक्ति दे रहा है. मेरे लिए ऐसी आजादी का कोई मूल्य नहीं हो सकता, अगर वह हमें भगवद्गीता से वंचित कर दे, या हमारे जैसे लाखों लोगों के मन में मंदिरों के प्रति बसी आस्थाह को उखाड़ फेंके और हमारे जीवन के बुनियादी स्वसरूप को ही नष्ट  कर दे.
…….. मुझे महसूस होता है और मुझे पूरा विश्वािस भी है कि जब यह मंदिर हमारे जीवन में अपनी पूर्ण गरिमा और आस्थाझ के साथ स्थामपित हो जाएगा, तब लोगों को धर्म की ज्यामदा सुयोग्य अवधारणा और हमारी शक्ति की सुस्पष्ट चेतना की अनुभूति प्राप्त  होगी जो स्वबतंत्रता प्राप्ति के बाद इस वर्तमान समय के दौरान और स्वपतंत्रता के परिणामों को परखने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है.
मेरे पत्र को पढ़ने के बाद राज्य मंत्रालय के सलाहकार श्री वी पी मेनन ने मुझे निम्नपलिखित जवाब भेजा –
"मैंने आपका शानदार पत्र पढ़ा. मैं शायद वह एक व्यकक्ति हूं जो आपके पत्र में व्यिक्तभ आपके दृष्टिकोण को जीने, या आवश्य.क हुआ तो उसके लिए प्राणों की आहूति देने के लिए तैयार रहूंगा."
सोमनाथ में जब प्राण-प्रतिष्ठा का समय आया, तो मैंने राजेंद्र प्रसाद (भारत के तत्कामलीन राष्ट्रपति) से संपर्क किया और उनसे समारोह का उद्घाटन करने का निवेदन किया. लेकिन मैंने उनसे यह भी कहा कि अगर वह मेरा निमंत्रण स्वीकार करते हैं तो ‍उन्हें  अवश्य  आना होगा.
मेरी आशंका सही साबित हुई. जैसे ही यह घोषणा की गई कि डॉ. राजेंद्र प्रसाद मंदिर का उद्घाटन करने आ रहे हैं, जवाहरलाल ने उनके सोमनाथ जाने का जोरदार विरोध किया. लेकिन राजेंद्र प्रसाद ने अपना वादा पूरा किया. सोमनाथ में दिए उनके भाषण को सभी अखबारों में प्रकाशित किया गया था, लेकिन उसे सरकारी विभागों के दस्ताावेजों में दर्ज नहीं किया गया.”
कैसी विडंबना थी कि भारत में उदारवाद और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के प्रतीक होने का दम भरने वालों द्वारा भारत के महामहिम राष्ट्रपति के भाषण को सरकारी विभागों के दस्ताभवेजों से काट कर हटा दिया गया!
नेहरू सहित देश में अनेक व्यक्ति थे जो सोमनाथ मंदिर के निर्माण का विरोध कर रहे थे, पर वहीं महात्मा गांधी जी सहित राष्ट्रीय स्तर के कई बड़े नेताओं ने इसका समर्थन किया था. उन्हींथ के प्रयासों के परिणामस्वरूप आज देश भर से लाखों श्रद्धालु एक भव्यन और अद्भुत मंदिर के दर्शन करने सोमनाथ पहुंचते हैं.
60 साल से एक ही दल के निरन्तर शासन के कारण इस अनुदार धारणा को ही सरकार द्वारा संरक्षण, पोषण और समर्थन मिलने के कारण बौद्धिक जगत, शिक्षा संस्थारनों और मीडिया में भारत की यही अभारतीय अवधारणा प्रतिष्ठित कर दी गई है. इसलिए अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के विरोध में उभरने वाली आवाजें मीडिया और बौद्धिक जगत में ज्यालदा तेज दिखाई देती हैं. लेकिन करोड़ों भारतीय ऐसे हैं जो भारत की भारतीय अवधारणा को अंतःकरण से मानते हैं, जो भारत की एकात्म और समग्र आध्यात्मिक परंपरा के साथ गहराई से  जुड़े हैं और "भारत की सामूहिक अंत:चेतना” के अनुरूप हैं. भारत की यह अंतः चेतना वह है, जिसे सरदार पटेल, के.एम. मुंशी, डॉ राजेंद्र प्रसाद, महात्मा गांधी, डॉ. राधाकृष्णन, पंडित मदन मोहन मालवीय और आधुनिक स्वतंत्र भारत के कई दिग्गाज राष्ट्रा निर्माताओं ने अपनी वाणी और आचरण से अभिव्यक्त किया है.
सारांश रूप में कहें तो, अयोध्या का राम मंदिर महज़ एक मंदिर नहीं है. वह करोड़ों भारतियों की कालजयी आस्था और गौरव का प्रतीक है. इसलिए उसका पुनर्निर्माण भारत के  सांस्कृतिक गौरव की पुनर्स्थापना है.
05 अगस्त,2020 को इस राष्ट्रीय और सांस्कृतिक गौरव स्थान समान श्रीराम मंदिर निर्माण के शुभ कार्य का शुभारम्भ होने जा रहा है. भारत के ही नहीं दुनिया भर के करोड़ों भारतीय मूल के लोग दूरदर्शन द्वारा इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी होंगे. कोरोना के कालखंड की मर्यादाओं को ध्यान में रख कर यह कार्यक्रम सीमित संख्या में आयोजित किया जाएगा. मंदिर निर्माण न्यास के न्यासी भी इसे केवल एक मंदिर नहीं, परंतु भारत के कालजयी सांस्कृतिक प्रतीक और गौरव की पुनर्स्थापना के रूप में ही देखते होंगे, ऐसा मुझे विश्वास है. मेरी जानकारी के अनुसार, इसीलिए उस न्यास के न्यासियों ने भारत के सभी वर्गों के प्रातिनिधिक महानुभावों को इस दैदीप्यमान प्रसंग के साक्षी होने का निमंत्रण भेजा है. इसमें भारत के सभी मत पंथों के संत, महंत, मठाधीश, आध्यात्मिक पुरुष, जैन, बौद्ध, सिख, ईसाई, मुस्लिम, अनुसूचित जनजाती, अनुसूचित जाति आदि सभी के प्रतिधियों को इस का निमंत्रण गया होगा.
यह भारत के सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक है, केवल एक मंदिर नहीं.

राम मंदिर

 राम मंदिर निर्माण हेतु भूमि पूजन की बहुत शुकामनाएं।
जय जय श्री राम🚩

सुविचार

विक्रम संवत.............२०७७
मास................भाद्रपद
पक्ष.................कृष्ण
तिथि...............द्वितीया
वार..................बुधवार
दिनांक.............५-८-२०२०





🙏🏽 🌺 वंदे मातरम 🌺

              सुविचार
                👇

" शिक्षा बाल्टी भरना नहीं है, ये तो आग जलाना है।"

मंगलवार, 4 अगस्त 2020

सुविचार

" जीवन में बस वही वास्तविक असफलता है जिससे हमने सीख नहीं ली।"

                👆
              सुविचार

🙏🏽 🚩 जय श्री राम 🚩




विक्रम संवत.............२०७७
मास................भाद्रपद
पक्ष.................कृष्ण
तिथि...............प्रथमा
वार..................मंगलवार
दिनांक.............४-८-२०२०

सोमवार, 3 अगस्त 2020

सुविचार

विक्रम संवत.............२०७७
मास................श्रावण
पक्ष.................शुक्ल
तिथि...............पूर्णिमा
वार..................सोमवार
दिनांक.............३-८-२०२०






🙏🏽🕉 हर हर महादेव 🕉

सुविचार➡ " बिना शिक्षा के कामन सेन्स होना, शिक्षा प्राप्त करके भी कामन सेन्स ना होने से हज़ार गुना बेहतर है।"



*रक्षा बंधन पर्व की आप सभी को बहुत शुभकामना* 🍚