गुरुवार, 31 अक्टूबर 2019

सुविचार

विक्रम संवत...........२०७६
मास.............कार्तिक
पक्ष..............शुक्ल
तिथि...........चतुर्थी
वार..............गुरूवार
दिनांक...........३१-१०-२०१९






🙏🏽 🌻 भारत माता की जय 🌻
 
सुविचार:➡ " स्त्री की उन्नति या अवनति पर ही राष्ट्र की उन्नति निर्भर है।"

बुधवार, 30 अक्टूबर 2019

सुविचार

विक्रम संवत...........२०७६
मास.............कार्तिक
पक्ष..............शुक्ल
तिथि...........तृतीया
वार..............बुधवार
दिनांक...........३०-१०-२०१९






🙏🏽 🍁 वंदे मातरम् 🍁
 
सुविचार:⏩ " निन्दा से बचने का अचूक एवं शीघ्र उपचार स्वयं को सुधार लेना ही है।"

मंगलवार, 29 अक्टूबर 2019

समय

*परिवर्तन से ङरना*  ।।
                *और संघर्ष से कतराना*
*मनुष्य की सबसे बङी कायरता है* ।।
      *जीवन का सबसे बङा गुरू समय होता है*
*क्योंकि जो समय सिखाता है*
               *वो कोई नही सीखा सकता*

🙏 *जय श्री राम*🙏🏻

दीपोत्सव

|।ॐ।|
*सुप्रभातम*
कार्तिक,कृष्ण,चतुर्दशी(१४), शरद ऋतु,युगाब्द 5121,वि.सं. २०७६ 
तदानुसार 27 अक्तूबर ,रविवार, 2019.
*आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो*


।।ॐ।।
*राष्ट्र-लक्ष्मी की वंदना करते हुए*
*क्यों न मनाएँ दीप पर्व*,
*कुछ इस रूप में,*

*संस्कार की रंगोली सजे,*
*विश्वास के दीप जले,*
*आस्था की पूजा हो*,

*सद्भाव की सज्जा हो*,
*दान और दया के व्यंजन पकें*,
*संकल्प का श्रीफल हो,*

*आशीर्वाद का मंत्रोच्चार,*
*शुभ की जगह लिखें कर्म*,
*और लाभ की जगह कर्तव्य*,

*सृजन की सुंदर आरती हो*,
*क्यों न ऐसी शुभ क्रांति हो।*
*हर ग्राम एक श्मशान एक कुआँ* 
*एक मन्दिर, एक ही मचान हो*

*मनाएं, स्वर्णिम पर्व इस भाव रूप में,*
*राष्ट्र प्रेम अनुभाव रूप में ।*
दीपोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं*
हर दिन पावन*

माधव मूर्ति भण्डार एवं भारद्वाज परिवार की और से

दीपोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं*

शनिवार, 26 अक्टूबर 2019

सुविचार

विक्रम संवत...........२०७६
मास.............कार्तिक
पक्ष..............कृष्ण
तिथि...........त्रयोदशी
वार..............शनिवार
दिनांक...........२६-१०-२०१९






🙏🏽 🌷 सुप्रभातम् 🌷

सुविचार:↔ " परामर्श तो अनेक प्राप्त करते है,किन्तु उससे लाभ उठाना बुद्धिमानों को ही आता है।"

शुक्रवार, 25 अक्टूबर 2019

शुभ धनतेरस

*सत्यं च येन निरतं रोगं विधूतं, अन्वेषितं च सविधिं आयोग्यमस्य*।
*गूंढं निगूढं औषध्यरूपम च सततं प्रणमामि नित्यं*।।

जिन्होंने निरंतर समस्त रोग दूर किये, जिन्होंने आरोग्य( अच्छे) के विधि बताई, जिन्होंने औषधियों के छुपे स्वरूप को बताया, उन धन्वंतरि भगवान को मै सदैव प्रणाम करता हूं।



*पंच महोत्सव पर्व के शुभागमन पर आप सभी को हार्दिक शुभकामना*। 
  " *शुभ धनतेरस* "

शुभ धनतेरस

*सत्यं च येन निरतं रोगं विधूतं, अन्वेषितं च सविधिं आयोग्यमस्य*।
*गूंढं निगूढं औषध्यरूपम च सततं प्रणमामि नित्यं*।।

जिन्होंने निरंतर समस्त रोग दूर किये, जिन्होंने आरोग्य( अच्छे) के विधि बताई, जिन्होंने औषधियों के छुपे स्वरूप को बताया, उन धन्वंतरि भगवान को मै सदैव प्रणाम करता हूं।



*पंच महोत्सव पर्व के शुभागमन पर आप सभी को हार्दिक शुभकामना*। 
  " *शुभ धनतेरस* "