शुक्रवार, 25 अक्टूबर 2019

शुभ धनतेरस

*सत्यं च येन निरतं रोगं विधूतं, अन्वेषितं च सविधिं आयोग्यमस्य*।
*गूंढं निगूढं औषध्यरूपम च सततं प्रणमामि नित्यं*।।

जिन्होंने निरंतर समस्त रोग दूर किये, जिन्होंने आरोग्य( अच्छे) के विधि बताई, जिन्होंने औषधियों के छुपे स्वरूप को बताया, उन धन्वंतरि भगवान को मै सदैव प्रणाम करता हूं।



*पंच महोत्सव पर्व के शुभागमन पर आप सभी को हार्दिक शुभकामना*। 
  " *शुभ धनतेरस* "

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