|।ॐ।|
*सुप्रभातम*
कार्तिक,कृष्ण,चतुर्दशी(१४), शरद ऋतु,युगाब्द 5121,वि.सं. २०७६
तदानुसार 27 अक्तूबर ,रविवार, 2019.
*आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो*
।।ॐ।।
*राष्ट्र-लक्ष्मी की वंदना करते हुए*
*क्यों न मनाएँ दीप पर्व*,
*कुछ इस रूप में,*
*संस्कार की रंगोली सजे,*
*विश्वास के दीप जले,*
*आस्था की पूजा हो*,
*सद्भाव की सज्जा हो*,
*दान और दया के व्यंजन पकें*,
*संकल्प का श्रीफल हो,*
*आशीर्वाद का मंत्रोच्चार,*
*शुभ की जगह लिखें कर्म*,
*और लाभ की जगह कर्तव्य*,
*सृजन की सुंदर आरती हो*,
*क्यों न ऐसी शुभ क्रांति हो।*
*हर ग्राम एक श्मशान एक कुआँ*
*एक मन्दिर, एक ही मचान हो*
*मनाएं, स्वर्णिम पर्व इस भाव रूप में,*
*राष्ट्र प्रेम अनुभाव रूप में ।*
दीपोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं*
हर दिन पावन*
माधव मूर्ति भण्डार एवं भारद्वाज परिवार की और से
दीपोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं*